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देश के सहकारिता, डेयरी तथा पशुपालकों की समस्याओं के निदान की पीएम मोदी से मांग

राजस्थान में अजमेर डेयरी के अध्यक्ष एवं सीईसी ईडा सदस्य रामचंद्र चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश के सहकारिता, डेयरी तथा पशुपालकों की समस्याओं के निदान की मांग की है

देश के सहकारिता, डेयरी तथा पशुपालकों की समस्याओं के निदान की पीएम मोदी से मांग
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अजमेर। राजस्थान में अजमेर डेयरी के अध्यक्ष एवं सीईसी ईडा सदस्य रामचंद्र चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश के सहकारिता, डेयरी तथा पशुपालकों की समस्याओं के निदान की मांग की है।

रामचंद्र चौधरी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर उन्होंने आग्रह किया कि पशुपालकों और डेयरी क्षेत्र के लिए कड़े कदम उठाते हुए राहत प्रदान करें। उन्होंने पत्र में लिखा कि केन्द्र सरकार की नीतिगत कार्यप्रणाली में उदासीनता के चलते देश की श्वेत क्रांति में गिरावट आ रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में श्री मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर सहकारिता क्षेत्र के बजट का चालीस प्रतिशत पशुपालन, पशु आहार और प्रोसेसिंग सेक्टर पर खर्च करने के साथ पशुओं के विकास के क्रम में तीन बिंदुओं की घोषणा की थी लेकिन कोई भी बात सतही तौर पर आज पूरी नहीं हो रही है।

उन्होंने कहा कि सहकारिता क्षेत्र में बड़े पैमाने पर प्रोसेसिंग प्लांट का उपयोग पूरी क्षमता के साथ दूध एवं दूध उत्पाद के लिए देश में किए जाने की गंभीरता से घोषणा भी की गई थी और इसके लिए राष्ट्रीयकृत बैंकों के जरिए 1.60 लाख रुपये भी घोषित किए गए थे लेकिन आज यह भी संभव नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों और दुग्ध उत्पादकों की आय को दोगुना करने की घोषणा भी की गई थी लेकिन जीएसटी की मार ने सभी की कमर तोड़ दी।

श्री चौधरी ने कहा कि कोरोनाकाल में लॉकडाउन के बावजूद सहकारिता क्षेत्र के डेयरी कार्य नियमित गति से तेजी से चल रहे है। दूध के अधिभार को भी डेयरी स्वीकार कर रही है लेकिन सरकार की ओर से न तो सब्सिडी और न ही किसी तरह का सहयोग समस्याओं के निदान में किया जा रहा है। जिसके चलते दुग्ध अधिभार का भुगतान भी समय पर करने में अनेक समस्याएं आ रही है।


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