डीएफओ के कार्यों की जांच की मांग,युकां ने घेरा वन दफ्तर
आज युवा कांग्रेस ने वन दफ्तर का घेराव कर प्रदर्शन किया

कोरबा-कटघोरा। कटघोरा वन मंडल अधिकारी से लेकर पूरे अमला पर भ्रष्टाचार, शासकीय धन की बंदरबांट, दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज युवा कांग्रेस ने वन दफ्तर का घेराव कर प्रदर्शन किया।
जिला युवा कांग्रेस द्वारा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं जिला प्रभारी सजमान बाघ की विशेष उपस्थिति व युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष नितिन चौरसिया के नेतृत्व, कार्यकारी अध्यक्ष आकाश शर्मा की अध्यक्षता में वनमंडल कार्यालय, कटघोरा का घेराव किया गया।
इस अवसर पर नितिन चौरसिया ने कहा कि वन विभाग का सम्पूर्ण अमला भ्रष्टाचार का गढ़ बन गया है। पूरे वन विभाग में आदिवासियों की तो सुनी ही नहीं जाती बल्कि दत्तक पुत्रों पहाड़ी कोरवाओं की बेइज्जती तक करते हैं।
कटघोरा वनमंडल मेंं बंदरबाट कर लोगों के पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है। युवा कांग्रेस जिला प्रभारी सजमान बाघ एवं जिला कार्यकारी अध्यक्ष आकाश शर्मा ने भी समस्याओं को रखा। इस दौरान सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस अमला मौके पर मौजूद रहा और युकांईयों को वन मंडल कार्यालय के मुख्य द्वार के बाहर ही बेरिकेट्स लगाकर रोका गया एवं वहीं ज्ञापन लिया गया।
वन दफ्तर के भीतर जाने के दौरान पुलिस कर्मियों द्वारा रोके जाने से हुई धक्का-मुक्की में युकां प्रदेश उपाध्यक्ष सजमन बाघ व आकाश शर्मा को चोटें भी आईं। इस अवसर पर प्रमुख रूप से युवा कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष कुलदीप राठौर, कृष्णपाल सिंह, जिला महासचिव नरेंद्र यादव, सत्यप्रकाश मिश्रा, विमल, मधुसूदन दास, दीपक सिंह, नवीन कुकरेजा, लखन पात्रे, शुभम् महंत, रामकुमार पटेल, सुमित दुहलानी, राहुल डिक्सेना, मनीष अनंत, आशुतोष शर्मा, सोहेल अली, दीपक जात्रा शिवम् गुप्ता, शारदा पाल, आशु अली, अमान खान सहित बड़ी संख्या मेंं युवा कांग्रेसी उपस्थित थे।
डीएफओ कुर्सी छोड़ें या जांच के लिए तैयार रहें
युकां ने जंगी प्रदर्शन करते हुए मांग की है कि वन विभाग द्वारा कराये गये खनिज न्यास के कार्यों की बंदरबांट की जांच की जाए। सीमेंट घोटाले में संलिप्त डीएफओ और रेंजर की निष्पक्ष जांच हो। 3-4 साल से मजदूरों को भुगतान न कर मजदूरी को लंबित रखा गया और इसे रेंजर डकार गये, जिसकी जांच कर राशि दिलवायी जाये। वन्य प्राणियों से हो रहे मौत और जनहानि में उचित मुआवजा की मांग के साथ ही कहा गया कि डीएफओ कुर्सी छोड़ें या भ्रष्टाचार की जांच के लिए तैयार रहें।


