राज्यसभा में हुई दिल्ली विवि में मैथिली की पढ़ाई शुरू करने की मांग
राज्यसभा में आज दिल्ली विश्विद्यालय में मैथिली की पढ़ाई शुरू करने की मांग की गयी

नयी दिल्ली। राज्यसभा में आज दिल्ली विश्विद्यालय में मैथिली की पढ़ाई शुरू करने की मांग की गयी।
भारतीय जनता पार्टी के प्रभात झा ने शून्यकाल में यह मांग उठाते हुए सभापति एम वेंकैया नायडू से दिल्ली विश्विद्यालय के कुलाधिपति के रूप में इसे पढ़ाने की व्यवस्था करने का अनुरोध किया। झा ने मैथिली में ही बोलते हुए बताया कि मैथिली एक समृद्ध भाषा है और दिल्ली में 40-42 लाख लोग इसके बोलने वाले है और 42वीं विधानसभा मे मैथिल भाषी बड़ी संख्या में हैं।
उन्होंने कहा कि मैथिली साहित्य सातवीं सदी से ही समृद्ध है और 1919 से कलकत्ता विश्विद्यालय तथा 1932 से बनारस हिन्दू विश्विद्यालय में पढ़ाई जाती रही है लेकिन दिल्ली विश्विद्यालय में नहीं पढ़ाई जाती है जबकि वहां 11 अन्य भाषाएं पढ़ाई जाती हैं। मैथिली भाषी छात्र बड़ी संख्या में आईएएस और आईपीएस होते है लेकिन डीयू में इसका विभाग नहीं है। भाजपा सदस्य ने श्री नायडू से कहा कि वह डीयू के चान्सलर हैं और अगर वह इस मामले की पैरवी करें तो पढ़ाई की सुविधा हो सकती है।


