जानबूझकर कोयला खोदने खदान के भीतर भेजने वाले 6 गिरफ्तार
कोयला खदान से कोयला निकालते समय मलबा ढहने से दबकर दो लोगों की मौत हो जाने के मामले में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया

कोरबा। कोयला खदान से कोयला निकालते समय मलबा ढहने से दबकर दो लोगों की मौत हो जाने के मामले में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनका जुर्म यह है कि इन्होंने जानबूझकर कोयला खोदने के लिए इन दोनों को खदान के भीतर भेजा था। कोयला खनन के दौरान होने वाली मौत के मामले में इस तरह की संभवत: पहली कार्रवाई है।
उल्लेखनीय है कि 26-27 जनवरी की मध्य रात्रि ग्राम कनबेरी निवासी बिदेशी सिंह गोंड़ एवं मोहित रोहिदास की कुसमुंडा विस्तार परियोजना खदान से कोयला खोदते वक्त मिट्टी का बड़ा हिस्सा ढह जाने से मलबे में दब कर मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना प्रारंभ की। विवेचना के दौरान मृतक बिदेशी सिंह गोंड़ की पत्नी बाई, गवाह मानसिंह एवं परदेशीराम के बयान के आधार पर 6 लोगों को हिरासत में लिया गया। इनसे की गई पूछताछ के आधार पर कुसमुंडा पुलिस ने बताया कि बिदेशी सिंह व मोहित रोहिदास ग्राम भलपहरी थाना उरगा निवासी परमानंद कश्यप, मदन सिंह, सुबरन व ग्राम कनबेरी निवासी जितेन्द्र कुमार, अमृत लाल एवं राजकुमार के साथ एसईसीएल कुसमुंडा खदान की बरकुटा साईडिंग से कोयला खोदने गए थे।
बिदेशी सिंह और मोहितरम को अन्य साथियों ने खदान के अंदर घुस कर कोयला खोदने पर ज्यादा हिस्सा मिलने का लालच दिया। यह जानते हुए भी कि खदान के अंदर असुरक्षित ढंग से कोयला खोदने से दुर्घटना में मृत्यु हो सकती है या गंभीर चोट आ सकती है, दोनों को खदान के अंदर भेजा और खुद बाकी लोग बाहर खड़े थे। कोयला खोदते समय कोयला और मिट्टा का बद्धा गिरने पर दोनों को गंभीर चोंटे आयी थी। बिदेशी सिंह को उसके घर ले गए थे जहां 27 जनवरी की सुबह 6 बजे मौत हो गई वहीं मोहित रोहिदास की जिला अस्पताल में मौत हुई। इस तरह पुलिस ने असुरक्षित खदान में कोयला खोदने से दुर्घटना में मृत्यु होने या गंभीर चोट आना जानकर भी कोयला खोदने के लिए बिदेशी व मोहित को खदान के अंदर भेजने का अपराध घटित किए जाने एवं मर्ग जांच में यह अपराध सिद्ध होने पर आज इन सभी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।


