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दिल्ली का दिलेर सिंघम : निहत्थे दारोगा ने दबोचे हथियारबंद कुख्यात बदमाश

सड़क पर एक युवक और कुछ बदमाशों की गुत्थम-गुत्था हो रही थी।

दिल्ली का दिलेर सिंघम : निहत्थे दारोगा ने दबोचे हथियारबंद कुख्यात बदमाश
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नई दिल्ली | सड़क पर एक युवक और कुछ बदमाशों की गुत्थम-गुत्था हो रही थी। हथियारबंद बदमाश पीड़ित शिकार को पीट रहे थे, ताकि मोबाइल लूटा जा सके। बदमाशों से जान की भीख मांग रहा पीड़ित जोर-जोर से चीख-चिल्ला रहा था। घटनास्थल पर तमाशबीनों की भीड़ मौजूद थी। खाकी से बेखौफ तांडव मचा रहे बदमाश जब सफल नहीं हुए तो उन्होंने गोलियां चलानी शुरू कर दी।

युवक जब बदमाशों से जान बचाने के लिए जूझ रहा था, भीड़ तमाशबीन बनी हुई थी। हथियारबंद बदमाश पीड़ित के ऊपर गोलियां दाग रहे थे। उसी वक्त भीड़ को चीरता हुआ एक जांबाज, बदमाशों से जाकर अकेला ही भिड़ गया। मामला अचानक पलटता देख बदमाश भागने लगे। इसके बाद भी जांबाज अनजान शख्स ने बदमाशों का पीछा नहीं छोड़ा। उसने बदमाशों में से एक को काफी दूर तक पीछा करके दबोच लिया, वह भी मय पिस्तौल के।

जांबाज दारोगा का नाम सहायक उपनिरीक्षक रविंद्र (48) पुत्र बदन पाल सिंह है। रविंद्र फिलहाल मध्य दिल्ली जिला डीसीपी की 'शिकायत-शाखा' में सहायक उपनिरीक्षक पद पर तैनात हैं। निहत्थे दारोगा रविंद्र द्वारा दबोचे गए एक बदमाश का नाम इमरान उर्फ मॉडल और दूसरे बदमाश का नाम इमरान है। दिल्ली का खूंखार बदमाश इमरान उर्फ मॉडल बी ब्लाक गली नंबर 20 जियाउद्दीनपुर नया मुस्तफाबाद, दिल्ली का रहने वाला है। गिरफ्तार इमरान के पास से निहत्थे दारोगा ने वारदात में इस्तेमाल पिस्तौल भी कब्जे में ले ली। गिरफ्तार दूसरा बदमाश इमरान गली नंबर चार नेहरू विहार दिल्ली का रहने वाला है।

मध्य दिल्ली जिला पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) संजय भाटिया ने बुधवार को आईएएनएस को बताया, "बदमाशों के चंगुल में फंसा पीड़ित सौरभ गुप्ता, दारोगा रविंद्र के मौके पर पहुंचकर बदमाशों से भिड़ने से पहले ही जख्मी हो चुका था। उसे प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया है।"

दिल्ली के जौहरीपुर एक्सटेंशन में रहने वाले जांबाज दारोगा रविंद्र ने पूरी घटना से उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराया। साथ ही सूचना पाकर और अपने ही निहत्थे दारोगा से दो-दो हथियारबंद बदमाशों की भिड़ंत की खबर सुनते ही भजनपुरा थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।

घटना उस वक्त घटी, जब 17 मार्च (मंगलवार) की रात करीब सवा आठ बजे दारोगा रविंद्र यमुना विहार (उत्तर पूर्वी दिल्ली) में रहने वाले अपने भांजे से मिलकर वापस लौट रहे थे।


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