Top
Begin typing your search above and press return to search.

मोकामा हत्याकांड पर बोले उदित राज, बिहार में जंगलराज की पराकाष्ठा

बिहार के मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस ने रविवार को सरकार की आलोचना की और इस घटना को जंगल राज की पराकाष्ठा बताया

मोकामा हत्याकांड पर बोले उदित राज, बिहार में जंगलराज की पराकाष्ठा
X

दुलारचंद यादव की हत्या पर सियासी संग्राम, कांग्रेस ने सरकार को घेरा

  • अनंत सिंह की गिरफ्तारी से गरमाई बिहार की राजनीति, कांग्रेस ने उठाए सवाल
  • चुनाव से पहले मोकामा में खूनखराबा, विपक्ष ने बताया जंगलराज
  • मोकामा में हिंसा और हत्या: बिहार में कानून व्यवस्था पर उठे सवाल

नई दिल्ली। बिहार के मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस ने रविवार को सरकार की आलोचना की और इस घटना को जंगल राज की पराकाष्ठा बताया। कांग्रेस नेता उदित राज ने दुलारचंद यादव की हत्या पर प्रतिक्रिया दी और मोकामा विधानसभा क्षेत्र की स्थानीय राजनीतिक गतिशीलता पर अपनी राय रखी।

उदित राज ने कहा कि पहले दुलारचंद यादव राजद का समर्थन कर रहे थे, जबकि पीयूष प्रियदर्शी धानुक समुदाय से हैं। मोकामा में भूमिहार आबादी प्रभावशाली है। राजद और जदयू दोनों ही पार्टियों के पास मजबूत भूमिहार उम्मीदवार हैं। दुलारचंद यादव ने राजद से टिकट पाने की कोशिश की थी, लेकिन सफल नहीं हुए, इसलिए संभव है कि उनकी रणनीति जन सुराज में शामिल होकर उनके लिए प्रचार करने की रही हो।

कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने भी दुलारचंद यादव की हत्या के सिलसिले में अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और सरकार पर राज्य में अराजकता फैलाने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि यह जंगलराज की पराकाष्ठा है, एनडीए को कम से कम देश और बिहार से माफी मांगनी चाहिए। अब सरकार को बताना चाहिए कि यह किसका 'जंगलराज' है? पूरे बिहार में हत्याएं, अपहरण, लूट और डकैती हो रही है। खुलेआम लाशें मिल रही हैं, खुलेआम गोलियां चल रही हैं। दुलारचंद यादव को घसीट-घसीट कर मार डाला गया और फिर उनके शव को गाड़ी से कुचल दिया गया।

पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कार्तिकेय शर्मा के अनुसार, अनंत सिंह को दुलारचंद यादव की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि यह घटना 30 अक्टूबर को मोकामा के खुशहाल चक के पास हुई। जन सुराज के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी, जिन्हें लल्लू मुखिया के नाम से भी जाना जाता है, अपने समर्थकों के साथ प्रचार कर रहे थे, उनके साथ यादव भी थे।

लगभग उसी समय, अनंत सिंह और उनके समर्थक कथित तौर पर उसी इलाके से गुजर रहे थे। दोनों समूहों के बीच तीखी बहस हुई, जो पथराव और हिंसा में बदल गई, जिसमें यादव की मौत हो गई।

यह गिरफ्तारी बिहार में मतदान से कुछ दिन पहले हुई है। बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा। मतगणना 14 नवंबर को होगी।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it