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2025 का चुनावी तूफ़ान : तंजानिया से जर्मनी तक कई देशों में सत्ता बदली

2025 का ये साल अब अपने समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। इस साल राजनीतिक दृष्टिकोण से कई अलग-अलग घटनाएं देखने को मिलीं

2025 का चुनावी तूफ़ान : तंजानिया से जर्मनी तक कई देशों में सत्ता बदली
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दुनिया के बड़े लोकतंत्रों में हलचल: 2025 में किन देशों में हुए चुनाव

  • ग्लोबल पॉलिटिक्स का साल: कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जापान में नई राजनीतिक तस्वीर
  • 2025 इलेक्शन राउंड‑अप: बेलारूस से फिलिपींस तक बड़े फैसले और विवाद
  • साल भर की चुनावी गहमागहमी: हिंसा, बदलाव और नई सरकारों का सिंहावलोकन

नई दिल्ली। 2025 का ये साल अब अपने समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। इस साल राजनीतिक दृष्टिकोण से कई अलग-अलग घटनाएं देखने को मिलीं। किसी देश में भारी विरोध के बाद सरकार गिरा दी गई, तो कहीं पर लोकतांत्रिक तरीके से सरकार का चुनाव हुआ। आइए जानते हैं कि साल 2025 में दुनिया के किन-किन देशों में चुनाव हुए हैं।

तंजानिया में 20 अक्टूबर 2025 को आम चुनाव हुआ, जिसके बाद सामिया सुलुह हसन दूसरी बार राष्ट्रपति बनीं। हालांकि, तंजानिया चुनाव के बाद हिंसा भड़कने की खबरें भी सामने आईं। इस हिंसा में करीब 700 लोगों की मौत का दावा किया गया।

कैमरून में 12 अक्टूबर 2025 को आम चुनाव हुआ, जिसमें मौजूदा राष्ट्रपति पॉल बिया ने फिर से सत्ता में अपनी वापसी की।

कनाडा में 28 अप्रैल 2025 को संघीय चुनाव का आयोजन किया गया। इसके बाद मार्क कार्नी की लिबरल पार्टी ने जीत हासिल की। इसके बाद फिर से मार्क कार्नी को ही प्रधानमंत्री बनाया गया। बता दें कि जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद से वह पीएम पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।

ऑस्ट्रेलिया में 3 मई 2025 को चुनाव हुआ था, जिसमें लेबर पार्टी ने जीत हासिल की और एंथनी अल्बनीज ने एक बार फिर से बतौर प्रधानमंत्री अपनी वापसी की।

जर्मनी में इस साल 23 फरवरी 2025 को चुनाव का आयोजन किया गया। इस चुनाव में फ्रेडरिक मर्ज की पार्टी क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (सीडीयू) ने जीत हासिल की। सीडीयू ने 20.8 फीसदी जीत हासिल की।

बेलारूस में 26 जनवरी 2025 को चुनाव हुआ, जिसमें अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने जीत हासिल की। लुकाशेंको ने लगातार सातवीं बार जीत हासिल की है। उन्हें 86.8 फीसदी वोट मिला। हालांकि, चुनाव के निष्पक्ष और स्वतंत्र ना होने के आरोप भी लगाए गए।

मिस्र में इस साल दो चरणों में चुनाव हुआ। पहले चरण का चुनाव 10-11 नवंबर को और दूसरे चरण का 24-25 नवंबर को आयोजित किया गया। हालांकि, इस चुनाव का परिणाम अभी तक घोषित नहीं किया गया है।

फिलिपींस में इस साल 12 मई को चुनाव का आयोजन किया गया। इस चुनाव का आयोजन अध्यक्ष के कार्यकाल के बीच में होता है, इसलिए इसे फिलिपींस का आम/मिडटर्म चुनाव भी कहा जाता है। हालांकि, फिलिपींस का आम चुनाव 2028 में होगा। यहां राष्ट्रपति चुनाव हर छह सालों में होता है।

अर्जेंटीना में आम चुनाव अक्टूबर 2027 में होने वाला है। हालांकि, इस साल मिडटर्म चुनाव का आयोजन किया गया था, जिसमें अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जाविएर मिलेई की पार्टी ला लिबरटेड अवांजा (एलएलए) ने बड़ी जीत हासिल की।

जापान के निचले सदन में इस साल जुलाई में चुनाव हुआ, जिसमें सत्तारूढ़ पार्टी एलडीपी की हार हुई। इस हार की जिम्मेदारी लेते हुए शिगेरु इशीबा ने अपने पद से इस्तीफा दिया। इसके बाद एलडीपी से ही साने ताकाइची को बहुमत के साथ पीएम चुना गया।

वहीं नेपाल में इस साल जेन जेड के हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद केपी ओली की सरकार गिरा दी गई। इसके बाद सुशीला कार्की की अंतरिम सरकार ने तत्काल जिम्मेदारी संभाली। अगले साल मार्च में यहां पर आम चुनाव होगा।

अमेरिका की बात करें, तो यहां राष्ट्रपति का चुनाव 2024 में हुआ था। हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप ने इस साल जनवरी में राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी।

दूसरी ओर बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि इस साल यहां आम चुनाव हो सकता है। हालांकि, बांग्लादेश में अगले साल आम चुनाव फरवरी में होगा।


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