रोहिणी का भाई तेजस्वी यादव पर बड़ा आरोप, बोलीं- घर से निकाला और अपमानित किया
बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी की करारी हार के बाद पार्टी के भीतर हलचल तेज हो गई है

रोहिणी आचार्य का बड़ा ऐलान: राजनीति और परिवार से दूरी
- आरजेडी की हार के बाद रोहिणी का भावुक इस्तीफा, सोशल मीडिया पर तीखे सवाल
- सारण सीट पर हार के बाद बढ़ी दूरी, सिंगापुर लौटने की तैयारी
- अनफॉलो और संकेतभरे पोस्ट से साफ हुआ परिवारिक मतभेद
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी की करारी हार के बाद पार्टी के भीतर हलचल तेज हो गई है। आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी और पूर्व लोकसभा प्रत्याशी रोहिणी आचार्य ने शनिवार को राजनीति से संन्यास लेने और परिवार से दूरी बनाने का ऐलान किया।
राबड़ी देवी के आवास से बाहर निकलते हुए रोहिणी ने मीडिया से कहा कि उन्हें परिवार से अलग कर दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सवाल उठाने पर उन्हें अपमानित किया जाता है।
रोहिणी ने अपने इस्तीफे के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी लिखा कि वह राजनीति छोड़ रही हैं और परिवार से संबंध खत्म कर रही हैं। अब ये जाकर संजय, रमीज और तेजस्वी यादव से जाकर पूछिए. मेरा कोई परिवार नहीं है।
इन्हीं लोगों ने मुझे घर से निकाला है। इनको हार की जिम्मेदारी लेनी नहीं है। पूरी दुनिया बोल रही है, जो चाणक्य बनेगा सवाल उसी से किया जाएगा ना! जब कार्यकर्ता चाणक्य से सवाल कर रहा है, सब सवाल कर रहे हैं कि पार्टी का ऐसा हाल क्यों हुआ? जब संजय, रमीज और तेजस्वी यादव का नाम लो तो आपको घर से निकाल दिया जाएगा। आपको बदनाम किया जाएगा। आपको गाली दिलवाई जाएगी और चप्पल उठाकर आपको मारा जाएगा’। उनका कहना है कि यह कदम पार्टी के कुछ सलाहकारों के दबाव में उठाना पड़ा।
डॉक्टर से नेता बनीं रोहिणी ने 2024 लोकसभा चुनाव में सारण सीट से आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वह बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी से हार गईं। इसके बाद से ही उनका परिवार और पार्टी से दूरी बढ़ती दिख रही थी। बताया जा रहा है कि वह पटना से दिल्ली रवाना हो गई हैं और जल्द ही सिंगापुर लौट सकती हैं।
चुनाव से पहले ही उन्होंने आरजेडी, लालू यादव और भाई तेजस्वी यादव को एक्स पर अनफॉलो कर दिया था। उनके लगातार भावुक और संकेतभरे पोस्ट से साफ था कि परिवार के भीतर मतभेद गहराते जा रहे थे।


