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राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के कारण कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित

बिहार में मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण का विरोध कर रहे विपक्षी दलों के सदस्यों ने राज्यसभा में लगातार चौथे दिन शुक्रवार को भी जोरदार हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही सोमवार (28 जुलाई) तक के लिए स्थगित कर दी गयी

राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के कारण कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित
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नई दिल्ली। बिहार में मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण का विरोध कर रहे विपक्षी दलों के सदस्यों ने राज्यसभा में लगातार चौथे दिन शुक्रवार को भी जोरदार हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही सोमवार (28 जुलाई) तक के लिए स्थगित कर दी गयी।

उप सभापति हरिवंश ने कार्यवाही शुरू करते हुए सबसे पहले चार नवनिर्वाचित सदस्यों को सदन की सदस्यता की शपथ दिलायी। इसके बाद विधायी दस्तावेज सदन के पटल पर रखे जाने पर उन्होंने कहा कि आसन को विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कराने के लिए नियम 267 के अंतर्गत कार्यस्थगन प्रस्ताव के 28 नोटिस मिले हैंं।

उन्होंने कहा कि अखिलेश प्रसाद सिंह , साकेत गोखले , सुष्मिता देव, राजीव शुक्ला, रंजीत रंजन, तिरूचि शिवा ,रामजीलाल सुमन, रेणुका चौधरी और मनोज झा तथा कुछ अन्य सदस्यों ने बिहार में मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा कराने के लिए नोटिस दिया है।

तृणमूल कांग्रेस के सुखेंदू शेखर राय, डोला सेना और मौसम नूर सहित कुछ अन्य सदस्यों ने बंगाली आव्रजकों के साथ अन्य राज्यों में होने वाले भेदभाव , आम आदमी पार्टी के संदीप पाठक ने छत्तीसगढ के वन क्षेत्र में औद्योगिकीकरण के प्रभाव , पी शिवादासन ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन और हरिश बीरेन ने भारत- ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते पर चर्चा कराने के लिए नोटिस दिये हैं।

उप सभापति ने कहा कि ये सभी नोटिस नियमों के अनुरूप नहीं हैं इसलिए इन्हें स्वीकार नहीं किया गया है। इसके बाद उन्होंने जैसे ही शून्यकाल की कार्यवाही शुरू करनी चाही विपक्ष के सदस्य अपनी जगह से उठकर आसन के निकट आ गये और शराबा करने लगे।

हरिवंश ने शून्यकाल में अपना विषय रखने के लिए भाजपा के घनश्याम तिवाड़ी का नाम पुकारा लेकिन विपक्षी सदस्यों के बढते हंगामे को देखते हुए कार्यवाही बारह बजे तक स्थगित कर दी।

इस तरह मानसून सत्र के पहले सप्ताह में राज्यसभा में पहले दिन को छोड़कर किसी भी दिन कोई विधायी कामकाज नहीं हो सका तथा चार दिन हंगामे की भेंट चढ गये।

इससे पहले उप सभापति ने गुरुवार को सदन में कुछ सदस्यों के आचरण का हवाला देते हुए सभी सदस्यों से आग्रह किया कि वे सदन में शांति तथा व्यवस्था बनाये रखें और दूसरे सदस्यों के बोलने के अधिकारों का अतिक्रमण न करें। उन्होंंने सदन में व्यवस्था बनाये रखने के नियमों का हवाला देते हुए कहा कि सदन में अव्यवस्था पैदा करने को सदन के विशेषाधिकार का हनन माना जायेगा और ऐसा करने वाले सदस्य के खिलाफ नियमों के अनुरूप कड़ी कार्रवाई की जायेगी।

सुबह कार्यवाही शुरू होते ही उन्होंने प्रख्यात अभिनेता कमल हासन सहित चार नवनिर्वाचित सांसदों को राज्यसभा की सदस्यता की शपथ दिलायी।


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