पंजाब सरकार ने बाढ़ प्रभावितों को दिया सबसे जल्दी और ज्यादा मुआवजा : केजरीवाल
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अमृतसर जिले के अजनाला क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित परिवारों को 'मिशन चढ़दीकला' के तहत राहत राशि वितरित की

पंजाब सरकार ने रचा इतिहास : बाढ़ पीड़ितों को 30 दिन में मिला रिकॉर्ड मुआवजा
- भगवंत मान सरकार की दरियादिली : किसानों को मिला देश का सबसे तेज और बड़ा मुआवजा
- 'मिशन चढ़दीकला' की मिसाल: पंजाब में बाढ़ राहत में पारदर्शिता और गति
- बिना रिश्वत, बिना देरी: पंजाब सरकार ने दिखाया ईमानदार प्रशासन का चेहरा
नई दिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सोमवार को अमृतसर जिले के अजनाला क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित परिवारों को 'मिशन चढ़दीकला' के तहत राहत राशि वितरित की। इस पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब सरकार की तारीफ की।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में भगवंत मान की सरकार ने एक और ऐतिहासिक काम कर दिखाया है। पंजाब में बाढ़ प्रभावित परिवारों और किसानों को आज तक का सबसे जल्दी मुआवजा दिया गया है। सिर्फ 30 दिन के अंदर ही 20 हजार प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा किसानों के खाते में आना शुरू हो गया है। ये सिर्फ अच्छी नीयत वाली एक ईमानदार सरकार ही कर सकती थी। हमने इसे कर दिखाया।
इससे पहले आम आदमी पार्टी ने एक्स पर लिखा कि पंजाब के किसानों को सबसे कम समय में सबसे अधिक मुआवजा दिया गया। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बाढ़ पीड़ित किसानों को एक महीने के अंदर ही 20 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा राशि के चेक सौंपे। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों से वादा किया था कि वे उन्हें देश का सबसे अधिक मुआवजा सबसे कम समय में देंगे। आज उन्होंने किसानों से किया अपना वादा पूरा किया।
सोमवार को सीएम भगवंत मान ने कहा कि 11 सितंबर को प्रेस वार्ता में वादा किया था कि 45 दिन में गिरदावरी करके मुआवजा राशि दी जाएगी, लेकिन आज 32 दिन ही हुए हैं कि हम मुआवजा राशि के चेक सौंप रहे हैं, जबकि पिछली सरकारों में भी बाढ़ आई है, लेकिन तब किसानों को 25 से 37 रुपए के चेक दिए गए, वह भी 1.5 साल बाद। खुद को किसानों का हितैषी बताने वाले नेता किसानों के साथ ऐसा भद्दा मजाक करते थे।
सीएम भगवंत ने कहा कि मैं खुद एक किसान परिवार से हूं। हमारी खुद की जमीन पहले डूबती रही है। हमारी भी गिरदावरी होती थी। पटवारी आता था और किसी रसूखदार के घर बैठकर महफिल जमती थी। जिस-जिस का नाम बताया जाता था, उसी के नाम पटवारी लिख देता था। आज हम सिर्फ 30 दिन के अंदर 631 लाभार्थियों को मुआवजा देने आए हैं। हर किसी के नुकसान का आकलन करके मुआवजा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आज 5.70 करोड़ रुपए मुआवजा सिर्फ 52 गांवों को दिया जा रहा है, जिसमें 3.84 करोड़ रुपए घरों का मुआवजा है। 1.16 करोड़ रुपए फसलों का मुआवजा है और 73 लाख रुपए से ज्यादा मुआवजा पशुओं के नुकसान का दिया गया है। आज शुरुआत हो गई है। एक-एक बाढ़ प्रभावित के घर जाकर उसके नुकसान का आकलन कर करके मुआवजा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टी वाले मुझे गाली देते हैं क्योंकि मैंने बिना रिश्वत पंजाब के बच्चों को नौकरियां दीं और एक अच्छा माहौल बनाया। वे कहते हैं कि "ये तो गलत आदत लगा रहा है, हमारा काम कैसे चलेगा?"


