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राहत शिविरों में नास्ते के लिए तरस रहे लोग : संजीव झा

आम आदमी पार्टी (आप) ने आरोप लगाया है कि कि घरों में यमुना का पानी भरने बाद राहत शिविरों में रहने को मजबूर लोग नाश्ता-पानी जैसी बेहद जरूरी चीजों के लिए तरस रहे हैं

राहत शिविरों में नास्ते के लिए तरस रहे लोग : संजीव झा
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आप ने बुराड़ी के बाढ़ राहत शिविर का किया दौरा

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने आरोप लगाया है कि कि घरों में यमुना का पानी भरने बाद राहत शिविरों में रहने को मजबूर लोग नाश्ता-पानी जैसी बेहद जरूरी चीजों के लिए तरस रहे हैं।

आप विधायक संजीव झा ने बुराड़ी के प्रधान एन्क्लेव बाढ़ राहत शिविर का शनिवार को दौरा किया, तो वहां लोगों ने बताया कि उन्हें दोपहर बाद 12:30 बजे तक नाश्ता तक नहीं मिला है। संजीव झा ने कहा कि उन्होंने एसडीएम से बात की तो उन्होंने बताया कि खाना तो पहुंच गया है, उनके पास फोटो भी आ गयी है। अगर खाना पहुंच गया है और लोगों को नहीं मिला तो खाना कहां गया? इसकी जांच होनी चाहिए।

संजीव झा ने कहा कि इन राहत शिविरों में मौजूद ज़्यादातर छोटे किसान हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार जब थी तो हर साल बाढ़ में राहत शिविर खत्म होने से पहले ही फसलों के नुकसान का मुआवजा किसानों को दे दिया जाता था, लेकिन इस बार तो अब तक पंजीकरण तक शुरू नहीं हुआ है।

उन्होंने कहा, “मेरी सरकार से अपील है कि बंद कमरों में बैठकर मीटिंग करने से कुछ नहीं होगा। मंत्री और अधिकारी खुद इन राहत कैम्पों का दौरा करें पीड़ितों की समस्यायें सुनें और तुरंत फसलों के नुकसान का मुआवजा देने का ऐलान करें।”

आप नेता ने कहा कि दिल्ली सरकार के इस राहत शिविर में वे लोग हैं, जो खेती करते थे, या यमुना के उस पार रहते थे। उनके लिए हर बार राहत शिविर लगाया जाता है। लगातार लोगों से शिकायतें आ रही थीं कि खाने का उचित इंतजाम नहीं है। उन्होंने कहा, “ मैंने आकर पूछा तो लोगों ने बताया कि दोपहर बाद 12:15 बज गये, लेकिन अभी तक नाश्ता भी नहीं मिला। भाजपा सरकार बड़ी-बड़ी बातें करती है, लेकिन लोग कह रहे हैं कि पिछले साल इंतजाम बहुत अच्छे थे, इस बार बहुत खराब है। ”

उन्होंने कहा कि केवल बंद कमरों में बड़ी-बड़ी बातें करने से कुछ नहीं होगा। भाजपा मंत्रियों को चाहिए कि वे राहत शिविर का दौरा करें। मुख्यमंत्री खुद आयें, स्थिति देखें और पहले की तरह जो मुआवजा मिलता था, वह इन लोगों को दिया जाये।


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