नेपाल में शांति और स्थिरता कायम होना जरूरी : मुकेश राजपूत
नेपाल में हिंसक विरोध प्रदर्शनों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद मुकेश राजपूत ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है

नेपाल में शांति और स्थिरता जरूरी: सांसद मुकेश राजपूत की अपील
- हिंसक प्रदर्शन पर निंदा, लोकतांत्रिक तरीके से विरोध की सलाह
- भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता पर सकारात्मक रुख, आत्मनिर्भर भारत की सराहना
नई दिल्ली। नेपाल में हिंसक विरोध प्रदर्शनों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद मुकेश राजपूत ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने नेपाल में हिंसक प्रदर्शनों की निंदा की।
उन्होंने आगे कहा, "लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने और गुस्सा व्यक्त करने का अधिकार है, लेकिन यह लोकतांत्रिक तरीके से होना चाहिए। आंदोलनकारियों से मेरी अपील है कि वे जनहानि और आगजनी जैसे कृत्यों से बचें। प्रदर्शनकारी उसी राष्ट्र के नागरिक हैं, इसलिए उन्हें शांति बनाए रखने की दिशा में काम करना चाहिए।"
उन्होंने आगे कहा कि नेपाल भारत का नजदीकी पड़ोसी देश है और भारत के हर नागरिक की इच्छा है कि वहां शांति और स्थिरता कायम रहे। मैं चाहता हूं कि नेपाल में जल्द से जल्द शांति बहाल हो। भारत हमेशा अपने पड़ोसियों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध चाहता है और नेपाल में अमन-चैन की स्थिति सभी के हित में है।
वहीं, भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता फिर से शुरू करने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयान पर भी सांसद मुकेश राजपूत ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने सही समय पर यह फैसला लिया है।
मुकेश राजपूत ने कहा, "मैं चाहता हूं कि भारत और अमेरिका के बीच पहले जैसे मैत्रीपूर्ण और मजबूत व्यापारिक संबंध फिर से स्थापित हों। आज का भारत आत्मनिर्भर और वैश्विक स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान रखने वाला देश है। विश्व के सभी देशों को भारत के साथ मिलकर चलना चाहिए, क्योंकि यह उनके कल्याण के लिए लाभकारी होगा। जो देश भारत का विरोध करेंगे, वे कभी प्रगति नहीं कर पाएंगे।"
उन्होंने कहा कि भारत ने अपनी नीतियों और आत्मनिर्भरता के दम पर विश्व में एक अलग मुकाम हासिल किया है। भारत के साथ सहयोग करने वाले देशों को आर्थिक और सामाजिक लाभ होगा।


