हिंदुओं की आबादी 'मिटाने वाला' पाकिस्तान, क्रिसमस में तोड़फोड़ और मुस्लिमों पर भारत को दे रहा ज्ञान
भारत में क्रिसमस का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। वैसे तो यह ईसाईयों का त्योहार है, लेकिन इसे लेकर हर भारतीयों के दिल में उत्साह और सम्मान की भावना होती है

नई दिल्ली। भारत में क्रिसमस का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। वैसे तो यह ईसाईयों का त्योहार है, लेकिन इसे लेकर हर भारतीयों के दिल में उत्साह और सम्मान की भावना होती है। क्रिसमस के मौके पर भारतीय बाजारों की रौनकें बढ़ जाती हैं। हालांकि, इस साल क्रिसमस के मौके पर देश के कुछ हिस्सों से तोड़-फोड़ की घटनाएं सामने आईं। इसे लेकर भारत को वो पाकिस्तान ज्ञान दे रहा है, जिसने अपने देश से हिंदू आबादी को मिटाकर लगभग ना के बराबर कर दिया है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने इस मामले में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। प्रेस रिलीज में पाक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ताहिर अंद्राबी ने कहा, "भारत में अल्पसंख्यकों पर जुल्म गहरी चिंता का विषय है। क्रिसमस के दौरान तोड़-फोड़ की हाल की निंदनीय घटनाओं के साथ-साथ मुसलमानों को निशाना बनाने वाले सरकारी कैंपेन ने मुसलमानों में डर और अकेलापन बढ़ा दिया है।"
पाक के विदेश मंत्रालय ने कहा, "ऐसे पीड़ितों की लिस्ट दुख की बात है कि लंबी है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इन घटनाओं पर ध्यान देना चाहिए और भारत में कमजोर समुदायों के बुनियादी अधिकारों की रक्षा में मदद के लिए सही कदम उठाने चाहिए।"
हैरानी की बात यह है कि ये ज्ञान उस मुल्क की ओर से आ रहा है, जहां अल्पसंख्यकों की स्थिति दयनीय हो चुकी है। वैसे तो कंगाल पाकिस्तान में मुसलमानों की हालत भी खस्ता हो रखी है, लेकिन अल्पसंख्यक हिंदुओं के हालात इतने बुरे हैं कि उन्हें शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को लेकर भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से इस साल मार्च में बयान साझा किया गया। एमईए के अनुसार पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को डराने-धमकाने, जुल्म करने, मारने, अपहरण करने, जबरन धर्म बदलने और जबरदस्ती शादी करने की घटनाएं लगातार सामने आती रहती हैं।
अगर संयुक्त राष्ट्र की ओर से साझा रिपोर्ट की बात करें, तो पाकिस्तान में हर साल करीब 1,000 अल्पसंख्यक हिंदू और ईसाई लड़कियों का अपहरण कर उनका जबरन धर्म परिवर्तन करवाने और जबरन शादी करने के मामले सामने आते हैं।
2022 में 124 हिंदू लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन करवाकर उनके साथ निकाह किया गया। इसके अलावा, 2019 से लेकर 2025 तक पाकिस्तान के अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ 334 गंभीर हिंसा और हत्या के मामले सामने आए।
पाकिस्तान में 2023 में हुई जनगणना में हिंदुओं की आबादी लगभग 2.5 मिलियन या कुल आबादी का 1.6 फीसदी थी। हालांकि, इन आंकड़ों पर काफी बहस होती है, और कुछ लोग दावा करते हैं कि ये ज्यादा हैं।


