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बिहार में फिर एनडीए सरकार बनने जा रही है : गुलाम अली खटाना

भाजपा सांसद गुलाम अली खटाना ने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर कहा कि कांग्रेस-राजद को एसआईआर से क्या दिक्कत है

बिहार में फिर एनडीए सरकार बनने जा रही है : गुलाम अली खटाना
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एसआईआर पर विपक्ष की आपत्ति बेबुनियाद, लोकतंत्र के लिए जरूरी है सुधार: भाजपा सांसद

  • खटाना का दावा- बिहार की जनता ने एनडीए को फिर से चुना
  • वोटर सूची शुद्धिकरण से पारदर्शी चुनाव की नींव मजबूत होगी: गुलाम अली खटाना

नई दिल्ली। भाजपा सांसद गुलाम अली खटाना ने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर कहा कि कांग्रेस-राजद को एसआईआर से क्या दिक्कत है? पूरा विपक्ष इतना परेशान क्यों है?

भाजपा सांसद ने कहा कि 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी भारतीय नागरिकों के वोट जोड़े जाएंगे। जिनकी मौत हो गई है, उनके नाम हटाए जाएंगे। जो भारत के नागरिक हैं, उनके वोट बनेंगे। जो पलायन कर गए हैं, उनके वोट एक जगह ही बनेंगे। जिनका वोट नहीं बन पाया, उनका वोट बनेगा। जो बाहर का है, उसका तो वोट कटना ही है। इसमें गलत क्या है? हमें चुनाव आयोग के इस कदम को सराहना चाहिए।

भाजपा सांसद गुलाम अली खटाना ने एसआईआर को लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु जैसे राज्यों की सरकारें ‘डबल मतदाता’ बनाने की कोशिश कर रही हैं, जो अनुचित है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत में किसी को भी दोहरे मतदान की इजाजत नहीं दी जा सकती है।

बिहार विधानसभा चुनाव पर गुलाम अली खटाना ने कहा कि बिहार की जनता ने मन बना लिया है कि वो एक बार फिर बिहार में एनडीए की सरकार बनाएंगे।

एसआईआर के कार्यान्वयन पर भाजपा सांसद गुलाम अली खटाना ने कहा कि इतनी बड़ी आबादी और इतनी विशाल प्रशासनिक व्यवस्था वाले देश में, जो दुनिया में किसी और से अलग है, लोगों का इसमें विश्वास बनाए रखना बेहद जरूरी है। यही लोकतंत्र की नींव है। देश का हर नागरिक मतदाता होगा और जो वोट देने के योग्य हैं, वे वोट देंगे। इसमें नए मतदाताओं को भी शामिल किया जाएगा। पारदर्शिता और जवाबदेही, और लोकतंत्र में लोगों का विश्वास बनाए रखना बहुत जरूरी है।

वक्फ कानून को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव के बयान पर भाजपा सांसद गुलाम अली खटाना ने कहा कि मुद्दा यह नहीं है कि कौन किस चीज को कूड़ेदान में फेंकेगा या कब फेंकेगा। असल मुद्दा यह है कि बाहरी लोग कुप्रबंधन बर्दाश्त नहीं करेंगे। वक्फ के संबंध में, देश के अधिकारी वक्फ को एक बेहतर संगठन बनाना चाहते हैं, जो पारदर्शिता, जवाबदेही और स्पष्टता सुनिश्चित करे।


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