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जीडीपी ग्रोथ से उत्साहित मनोज तिवारी, वोकल फॉर लोकल अभियान को दिल से अपना रहा देश

इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई–सितंबर) में आई 8.2 प्रतिशत की रियल जीडीपी ग्रोथ पर भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने खुशी जताई है

जीडीपी ग्रोथ से उत्साहित मनोज तिवारी, वोकल फॉर लोकल अभियान को दिल से अपना रहा देश
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लगातार दूसरी तिमाही में 8.2 प्रतिशत वृद्धि, आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ते कदम

  • मनोज तिवारी बोले, जनता ने मोदी के स्वदेशी अभियान को अपनाया
  • जीडीपी ग्रोथ पर खुशी जताई, बेहतर नतीजों की उम्मीद जताई मनोज तिवारी ने
  • श्रीमद्भागवत कथा में शामिल होकर साध्वी ऋतंभरा की वाणी की सराहना

नई दिल्ली। इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई–सितंबर) में आई 8.2 प्रतिशत की रियल जीडीपी ग्रोथ पर भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने खुशी जताई है। उनका कहना है कि लगातार दूसरी तिमाही में 8.2 प्रतिशत की वृद्धि दिखना अपने-आप में इस बात का संकेत है कि देश की जनता प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किए गए स्वदेशी और वोकल फॉर लोकल अभियान को दिल से अपना रही है।

मनोज तिवारी का मानना है कि यह ग्रोथ बिल्कुल असामान्य और बेहद उत्साहजनक है, क्योंकि यह दिखाता है कि लोग आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य की ओर एकजुट होकर बढ़ रहे हैं। जब देशवासी मिलकर एक दिशा में चलते हैं, तो ऐसे ही मजबूत आंकड़े निकलकर आते हैं।

उन्होंने कहा कि आने वाले समय में नतीजे और भी बेहतर हो सकते हैं। उन्होंने भगवान से प्रार्थना करते हुए कहा कि भारत का हर नागरिक सजग रहकर, देशहित को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़े, तभी हर तरह की सुविधाएं और तरक्की देश को मिलती रहेंगी।

यमुना विहार के एमटीएनएल ग्राउंड में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन मनोज तिवारी ने व्यक्तिगत अनुभव भी साझा किया। उन्होंने बताया कि साध्वी ऋतंभरा की कथा में भाग लेने का उन्हें सौभाग्य मिला। पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल था, क्योंकि दीदी ऋतंभरा सिर्फ आध्यात्मिक प्रवचनों के लिए ही नहीं, बल्कि वृंदावन के वात्सल्य ग्राम में अनाथ बच्चों की देखभाल और सेवा-भाव के लिए भी जानी जाती हैं।

मनोज तिवारी ने कहा कि दीदी ऋतंभरा की वाणी में एक विशेष शक्ति है। वे सिर्फ धार्मिक ज्ञान ही नहीं, बल्कि अंतर्मन को छू लेने वाला संदेश देती हैं। सैकड़ों लोग कथा में शामिल हुए और सभी का अनुभव एक-सा था कि विज्ञान का ज्ञान अलग है, लेकिन अंतर्मन का ज्ञान अलग ही ऊर्जा देता है। उनके शब्दों में वही गहराई और सकारात्मकता दिखती है।

तिवारी ने बताया कि उन्होंने और क्षेत्रवासियों ने मिलकर कथा में पूरे मन से भाग लिया और दीदी ऋतंभरा का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आध्यात्मिक आयोजन समाज में सकारात्मकता, एकता और अच्छे विचारों का प्रसार करते हैं।


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