Top
Begin typing your search above and press return to search.

समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष विचारधारा के प्रतीक थे कर्पूरी ठाकुर : संदीप दीक्षित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के चुनावी अभियान की औपचारिक शुरुआत समस्तीपुर से की

समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष विचारधारा के प्रतीक थे कर्पूरी ठाकुर : संदीप दीक्षित
X

'कर्पूरी ठाकुर समाजवाद के प्रतीक थे, भाजपा कर रही है राजनीतिक इस्तेमाल' - संदीप दीक्षित

  • मोदी की समस्तीपुर यात्रा पर कांग्रेस का पलटवार: कर्पूरी ठाकुर की विचारधारा से भाजपा का कोई मेल नहीं
  • कर्पूरी ठाकुर को लेकर संदीप दीक्षित का बयान: 'धर्मनिरपेक्षता और समानता के प्रतीक थे'
  • कांग्रेस नेता का आरोप: 'भाजपा समाजवादी नेताओं के नाम का कर रही है चुनावी इस्तेमाल'

नई दिल्‍ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के चुनावी अभियान की औपचारिक शुरुआत समस्तीपुर से की। इस दौरान उन्‍होंने कर्पूरी ठाकुर के परिवार से मुलाकात की। इस पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।

कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर एक सम्मानित और सच्चे समाजवादी विचारधारा के नेता थे, जिनके सिद्धांत भाजपा की नीतियों से बिल्कुल अलग थे।

संदीप दीक्षित ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर बिहार के सम्मानित नेता थे, लेकिन आज वह जीवित नहीं हैं। वह समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष विचारधारा के प्रतीक थे। वह समानता और सिद्धांतों की बात करते थे, जो भारतीय जनता पार्टी के बिल्कुल विपरीत है। कर्पूरी ठाकुर न तो वोट बैंक की राजनीति करते थे, न लोगों को ‘घुसपैठिया’ कहकर बांटते थे, और न ही धार्मिक परंपराओं का अंधानुकरण करते थे।”

कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि भाजपा आज कर्पूरी ठाकुर जैसे समाजवादी नेताओं के नाम का राजनीतिक इस्तेमाल कर रही है, जबकि उनकी नीतियों और विचारों से इसका कोई मेल नहीं है।

संदीप दीक्षित ने प्रधानमंत्री मोदी की आर्थिक और विदेश नीति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू ने भारत की आर्थिक और विदेश नीति की नींव आत्मनिर्भरता पर रखी थी। यह अच्छी बात है कि मोदी सरकार अब उसी नीति का अनुसरण कर रही है, लेकिन इसमें पारदर्शिता की कमी दिख रही है।

उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार यह दावा कर चुके हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें यह आश्वासन दिया था कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा। इस पर अब तक कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है। सवाल बना हुआ है कि क्या भारत ने वास्तव में ऐसा कोई आश्वासन दिया है या नहीं।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it