Top
Begin typing your search above and press return to search.

इंडिगो ने डीजीसीए के शो-कॉज नोटिस का भेजा जवाब, कहा- कई कारणों के प्रभाव से हुआ व्यवधान

देशभर में इंडिगो की बड़े पैमाने पर उड़ान रद्दीकरण और परिचालनिक व्यवधानों के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा जारी शो कॉज नोटिस पर एयरलाइन ने अपना जवाब सौंप दिया है

इंडिगो ने डीजीसीए के शो-कॉज नोटिस का भेजा जवाब, कहा- कई कारणों के प्रभाव से हुआ व्यवधान
X

नई दिल्ली। देशभर में इंडिगो की बड़े पैमाने पर उड़ान रद्दीकरण और परिचालनिक व्यवधानों के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा जारी शो कॉज नोटिस पर एयरलाइन ने अपना जवाब सौंप दिया है। इंडिगो ने 8 दिसंबर को शाम 6 बजकर 1 मिनट पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) दोनों के हस्ताक्षर के साथ यह जवाब डीजीसीए को भेजा।

एयरलाइन ने अपने बयान में कहा है कि वह हुई असुविधा और परेशानी को लेकर खेद व्यक्त करती है। इंडिगो के अनुसार उड़ानों में आई भारी गड़बड़ी कई कारकों के दुर्भाग्यपूर्ण और अप्रत्याशित मेल के कारण हुई, जिसने मिलकर परिचालन नेटवर्क पर दबाव बना दिया।

इंडिगो ने डीजीसीए से अधिक समय की मांग करते हुए कहा है कि संचालन के पैमाने और समस्याओं की जटिलता को देखते हुए अभी किसी एक सटीक कारण को चिन्हित कर पाना संभव नहीं है। कंपनी का कहना है कि डीजीसीए के नियमों के अनुसार किसी भी शो कॉज नोटिस का उत्तर देने के लिए 15 दिन का समय मिलता है, इसलिए विस्तृत और गहन 'रूट कॉज एनालिसिस' (आरसीए) के लिए अतिरिक्त समय की आवश्यकता है। इंडिगो ने यह भी आश्वासन दिया कि आरसीए पूरा होने के बाद उसकी विस्तृत रिपोर्ट डीजीसीए को सौंप दी जाएगी।

अपने प्रारंभिक विश्लेषण में एयरलाइन ने बताया कि इंडिगो नेटवर्क में उत्पन्न व्यवधान कई कारणों के सम्मिलित प्रभाव से हुए। इनमें छोटे-छोटे तकनीकी गड़बड़ियाँ, सर्दियों के सीज़न की शुरुआत के चलते शेड्यूल में बदलाव, प्रतिकूल मौसम स्थितियां, बढ़ती हवाई यातायात भीड़ और नए क्रू रोस्टरिंग नियमों (फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन- एफडीटीएल फेज 2) के लागू होने से उत्पन्न चुनौतियां शामिल हैं। इंडिगो ने यह भी स्पष्ट किया कि वह लंबे समय से इन नई एफडीटीएल नियमों पर डीजीसीए के साथ चर्चा कर रहा था और कुछ विनियामक छूटों तथा विस्तार की मांग भी कर रहा था। इन सभी कारकों के संयुक्त प्रभाव से दिसंबर के शुरुआती दिनों में नेटवर्क पर ऑन-टाइम परफॉर्मेंस गिरने लगी और इससे क्रू उपलब्धता पर भी प्रभाव पड़ा।

स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इंडिगो ने 5 दिसंबर को अपने नेटवर्क का 'रीबूट' किया, जिसके तहत बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द की गईं। कंपनी का कहना है कि यह निर्णय फंसे हुए यात्रियों को राहत देने, हवाई अड्डों पर बढ़ रही अव्यवस्था को कम करने और क्रू तथा विमान को पुनः प्रभावी ढंग से तैनात करने के उद्देश्य से लिया गया। इस नेटवर्क रीबूट के बाद 6 दिसंबर से सेवाएं धीरे-धीरे सामान्य होना शुरू हो गईं।

यात्रियों की सुविधाओं को लेकर इंडिगो ने दावा किया कि उसने डीजीसीए के नागरिक उड्डयन आवश्यकताओं के अनुसार नियमों के तहत भोजन, रिफ्रेशमेंट, होटल और स्थानीय परिवहन की व्यवस्था संभव सीमा तक उपलब्ध कराई। कंपनी ने अधिकांश प्रभावित यात्रियों को समय पर रिफंड भी जारी किए जाने की बात कही है।

डीजीसीए इंडिगो के उत्तर की अब विस्तृत जांच कर रहा है और कहा है कि एयरलाइन के जवाब का परीक्षण करने के बाद नियमानुसार उचित प्रवर्तन कार्रवाई की जाएगी।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it