लाल किला ब्लास्ट पर कांग्रेस की मांग : केंद्र सरकार रखे अपना पक्ष
कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने लाल किले के पास हुए बम ब्लास्ट मामले की जांच एनआईए को सौंपने के संदर्भ में कहा कि निसंदेह इसकी विभिन्न पहलुओं से जांच होनी चाहिए

आलोक शर्मा का केंद्र पर निशाना: ब्लास्ट पर चुप्पी क्यों?
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नई दिल्ली। कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने लाल किले के पास हुए बम ब्लास्ट मामले की जांच एनआईए को सौंपने के संदर्भ में कहा कि निसंदेह इसकी विभिन्न पहलुओं से जांच होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में दिल्ली में हुए ब्लास्ट की विभिन्न पहलुओं से जांच चल रही है। अभी तक सरकार की तरफ से इस संबंध में कोई आधिकारिक प्रेस रिलीज जारी नहीं की गई है, जिसमें यह बताया गया हो कि यह किस तरह का ब्लास्ट था। जहां तक मेरी जानकारी है कि इस हमले की जिम्मेदारी भी अभी तक किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अब इस ब्लास्ट को चौबीस घंटे हो चुके हैं, तो ऐसी स्थिति में हम चाहते हैं कि सरकार अपना पक्ष रखे और इसके बारे में पूरी जानकारी दे। इस चुनौतीपूर्ण समय में सरकार के साथ पूरा विपक्ष खड़ा है। हम इस हमले की जद में आकर घायल हुए लोगों के अतिशीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
इसके अलावा कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने 26/11 हमले का जिक्र करते हुए कहा कि मुझे याद है कि जब यह हमला हुआ था, तो तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह फौरन मुंबई के लिए रवाना हुए थे। इसके बाद उन्होंने भारी बारिश में प्रेस को संबोधित किया था।
उन्होंने कहा कि अब केंद्र सरकार को इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि भाषणबाजी से काम नहीं चलने वाला है। अब सरकार को कदम उठाना होगा। 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद भी बहुत तरह की भाषणबाजी हुई थी। इसके बाद ट्रंप ने हस्तक्षेप किया था, लेकिन, सरकार की तरफ से चुप्पी साध ली गई।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले का जांच में क्या हुआ, इस बारे में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई। हम विपक्ष होने के नाते चाहते हैं कि जांच पूरी होनी चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
कांग्रेस प्रवक्ता ने दावा ने किया कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है। एनडीए ने बिहार में दो दशकों के शासनकाल में सिर्फ जनता के हितों पर कुठाराघात किया है।
इन लोगों ने बिहार के किसी भी क्षेत्र में कोई काम नहीं किया। इन लोगों ने बिहार के हित के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। ऐसी स्थिति में बिहार में सत्ता परिवर्तन पूरी तरह से तय है। बिहार की जनता ने बदलाव का मन बना लिया है। इस बार प्रदेश में महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है।


