अटल कैंटीन पर कांग्रेस का हमला- 500 रुपये दिहाड़ी की मांग तेज़
दिल्ली सरकार द्वारा अटल केंटीन योजना के उद्घाटन करने पर दिल्ल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने इसकी आलोचना की

देवेन्द्र यादव बोले: थाली नहीं, रोजगार चाहिए!
- 7,104 करोड़ फंड पर सवाल- कैंटीन योजना में भ्रष्टाचार का आरोप
- गरीबों के भूख संकट पर कांग्रेस का वार, सस्ती थाली को बताया छलावा
- दिल्ली सरकार की अटल कैंटीन योजना पर गरमाई राजनीति
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार द्वारा गुरुवार को अटल केंटीन योजना के उद्घाटन करने पर दिल्ल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने इसकी आलोचना की।
मजदूरों के लिए दिहाड़ी और रोजगार की मांग
श्री यादव ने इसकी आलोचना करते हुए कहा कि शहरी गरीबों को पांच रुपये की थाली नहीं बल्कि मजदूरों को कम से कम 500 रुपये प्रतिदिन की दिहाड़ी के साथ रोजगार की गारंटी चाहिए, ताकि उनके परिवारों को भोजन के लिए किसी अटल कैंटीन के सामने समाज के बीच लाचार होकर खड़े होने की मजबूरी न झेलनी पड़े।
अटल कैंटीन योजना का विवरण
उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर गुरुवार को 100 अटल कैंटीन की शुरुआत की हैं। इन कैंटीन में मात्र पांच रुपये में पौष्टिक भोजन मिलेगा। अटल कैंटीन पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस ने ने मजदूरों को उचित दिहाड़ी देने की मांग की।
भ्रष्टाचार और गुमराह करने का आरोप
अटल कैन्टीन पर कांग्रेस ने गंभीर सवाल उठाते हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। श्री यादव ने कहा कि रेखा सरकार एक अटल कैंटीन में सुबह शाम केवल 500-500 थाली देकर गुमराह कर रही है, जबकि अटल योजना का वार्षिक फण्ड 7,104 करोड़ रुपये है। दूसरी और हर जेजे कलस्टर में हजारों की संख्या में लोग है, सरकार सिर्फ एक समय में 500 थाली देकर भ्रष्टाचार और अपराध के लिए रास्ता भी खोल रही है।
बेरोज़गारी और महंगाई पर चिंता
उन्होंने कहा रेखा सरकार ने अप्रत्यक्ष रूप से यह स्वीकार कर लिया है कि बेरोज़गारी एवं महंगाई के कारण दिल्ली के गरीबों पर भूख का संकट आ पड़ा है। श्री यादव ने मांग करते हुए कहा कि दिल्ली के शहरी गरीबों को सस्ती थाली नहीं, बल्कि सम्मानजनक काम और सुनिश्चित आय की ज़रूरत है।


