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क्लाउड सीडिंग के साथ जमीनी अभियानों से दिल्ली की हवा में सुधार : मनजिंदर सिंह सिरसा

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण पर लगाम लगाने की दिशा में किए जा रहे प्रयास सार्थक होते नजर आ रहे हैं

क्लाउड सीडिंग के साथ जमीनी अभियानों से दिल्ली की हवा में सुधार : मनजिंदर सिंह सिरसा
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नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण पर लगाम लगाने की दिशा में किए जा रहे प्रयास सार्थक होते नजर आ रहे हैं। दिल्ली पर्यावरण मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी में बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सरकार का प्रदूषण नियंत्रण के लिए शुरू किया गया बहुआयामी अभियान सफल होता नजर आ रहा है।

इस क्रम में वैज्ञानिक और सिविल स्तर पर चल रही कई कार्रवाइयों का असर लगातार दिख रहा है। आईआईटी कानपुर के सहयोग से किए गए क्लाउड सीडिंग ट्रायल में मयूर विहार और बुराड़ी जैसे इलाकों में पार्टिकुलेट मैटर (पीएम10) में 41.9 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई। इन इलाकों में एक्यूआई स्तर में भी उल्लेखनीय सुधार देखा गया।

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि विज्ञान-आधारित नीति ही दिल्ली के स्वच्छ हवा मिशन की असली ताकत है। कम नमी के बावजूद ट्रायल के नतीजे उत्साहित करने वाले हैं, लेकिन हमारा ध्यान सिर्फ एक उपाय पर नहीं है; हम तकनीक और नागरिक सहभागिता दोनों को साथ लेकर चल रहे हैं ताकि लोगों को वास्तविक सुधार मिल सके।

सिरसा ने कहा कि बुधवार को दिल्ली का एक्यूआई 279 दर्ज किया गया, जो रोजाना धीरे-धीरे सुधार का संकेत है। उन्होंने कहा कि यह सुधार किसी एक कदम का नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम के मिलकर काम करने का नतीजा है। दिल्ली सरकार हर उस कदम के पीछे खड़ी है जो वैज्ञानिक रूप से साबित हो और जनता को सीधा फायदा दे।

उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में मौसम और नमी की स्थिति के अनुसार अगला क्लाउड सीडिंग ट्रायल किया जाएगा। दिल्ली सरकार वैज्ञानिक नवाचार और जमीनी कार्यवाही, दोनों को साथ लेकर साफ हवा की दिशा में आगे बढ़ रही है।

इससे पहले दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि मंगलवार को दिल्ली में क्लाउड सीडिंग का दूसरा ट्रायल किया गया। इसके लिए सेसना एयरक्राफ्ट ने कानपुर से उड़ान भरी और खेकरा, बुराड़ी, नार्थ करोल बाग, मयूर विहार, सड़कपुर और भोजपुर से होते हुए मेरठ एयरपोर्ट पर लैंड किया। इस दौरान आतिशबाजी तकनीक का उपयोग करते हुए 8 क्लाउड सीडिंग फ्लेयर्स छोड़े।

अब आईआईटी कानपुर की टीम का मानना है कि किसी भी समय दिल्ली में बारिश हो सकती है। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिनकी वजह से हम दूसरा ट्रायल करवाने में सफल हो पाए हैं।

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हाल ही में बताया था कि बुराड़ी क्षेत्र में कृत्रिम वर्षा के लिए विशेषज्ञों ने परीक्षण किया था। उन्होंने कहा था कि दिल्ली में पहली बार क्लाउड सीडिंग के जरिए कृत्रिम वर्षा कराने की तैयारी पूरी हो चुकी है। यह प्रयोग राजधानी की हवा को स्वच्छ करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम साबित होगा।


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