भाजपा के नेताओं को बताना चाहिए खेल और ऑपरेशन सिंदूर साथ-साथ कैसे चलेगा : उदित राज
एशिया कप में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर कांग्रेस नेता उदित राज ने भाजपा पर निशाना साधा

उदित राज का सवाल : ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाक मैच साथ-साथ कैसे?
- भाजपा पर कांग्रेस का हमला: खेल और कूटनीति में दोहरा रवैया?
- नेपाल हिंसा पर उदित राज बोले: भारत का लोकतंत्र कहीं अधिक मजबूत
नई दिल्ली। एशिया कप में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर कांग्रेस नेता उदित राज ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं को बताना चाहिए कि खेल और ऑपरेशन सिंदूर साथ-साथ कैसे चलेगा?
ऑपरेशन सिंदूर और खेल की संगति पर सवाल
कांग्रेस नेता ने कहा कि जब केंद्र सरकार ने कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है तो भारत पाकिस्तान का मैच कैसे हो रहा है। उन्होंने सवाल उठाते हुए पूछा कि ऑपरेशन सिंदूर और खेल साथ-साथ कैसे चल सकता है।
सिंधु जल संधि और क्रिकेट मैच का विरोध
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि खून और पानी साथ नहीं बह सकते। सिंधु जल संधि स्थगित कर दी गई। मीडिया बताती है कि पाकिस्तान पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहा है, फिर भी सरकार ने इस मैच पर रोक नहीं लगाई। भाजपा के नेता बताएं कि क्या ऑपरेशन सिंदूर और क्रिकेट साथ-साथ चलेंगे?
पाकिस्तान से टकराव बनाम दोस्ती का आरोप
उन्होंने भाजपा से सवाल करते हुए कहा कि वे अपने भाषणों में पाकिस्तान के साथ टकराव की बात करते हैं, लेकिन क्या आप अंदरखाने दोस्ती करते हैं?
आरएसएस और दलित-पिछड़ा मुद्दा
पीएम मोदी द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत की तारीफ पर कांग्रेस नेता उदित राज ने तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि आरएसएस ने कभी दलितों और पिछड़ों के लिए काम नहीं किया। इस सरकार में दलितों और पिछड़ों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। पहले वे इस तरह के पोस्ट क्यों नहीं करते? भाजपा और संघ में खटास है, और इसे दूर करने के लिए ही यह तारीफ की जा रही है। अभी तो भाजपा बार-बार अध्यक्ष पद के कार्यकाल को बढ़ा रही है। दूसरी बात, पीएम मोदी बताएं कि नेताओं के रिटायरमेंट के लिए जो उन्होंने फॉर्मूला तैयार किया, उसे कब फॉलो करेंगे।
नेताओं के रिटायरमेंट फॉर्मूले पर सवाल
नेपाल में जारी हिंसा पर कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारे देश में लोकतंत्र की जड़ें मजबूत हैं। हमारा संविधान संतुलित है और लोकतंत्र बहुत पुराना है। नेपाल राजतंत्र से सीधे लोकतंत्र में आया है, इसलिए वहां उठापटक हो रही है। राजशाही रही है, इसलिए लोकतंत्र पूरी तरह विकसित नहीं हो पाया। कई प्रधानमंत्री बदले चुके हैं, और नेपाल अस्थायी दौर से गुजर रहा है। वहां वंचित वर्गों के कारण इस तरह का वातावरण बनता है।
नेपाल की अस्थिरता पर टिप्पणी
उन्होंने कहा कि भारत में नेपाल जैसी स्थिति नहीं हो सकती है, भारत में संविधान मजबूत है।


