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शनिवार को जारी होगी दिल्ली विश्वविद्यालय की दूसरी कट ऑफ लिस्ट

दिल्ली विश्वविद्यालय 9 अक्टूबर को अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के लिए अपनी दूसरी कट ऑफ लिस्ट जारी करेगा

शनिवार को जारी होगी दिल्ली विश्वविद्यालय की दूसरी कट ऑफ लिस्ट
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नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय 9 अक्टूबर को अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के लिए अपनी दूसरी कट ऑफ लिस्ट जारी करेगा। दिल्ली विश्वविद्यालय के अलग अलग कॉलेज अपनी-अपनी कट ऑफ जारी करेंगे। यह कट ऑफ लिस्ट संबंधित कॉलेजों की वेबसाइट पर देखी जा सकेगी। इससे पहले दिल्ली विश्वविद्यालय की पहली कट ऑफ लिस्ट 1 अक्टूबर को जारी की जा चुकी है। दिल्ली विश्वविद्यालय की पहली कट ऑफ लिस्ट के बाद विश्वविद्यालय में सीबीएसई बोर्ड के 31,172 छात्रों को दाखिला मिल चुका है। इसके अलावा पहली कटऑफ जारी होने के बाद भी केरल बोर्ड ऑफ हायर माध्यमिक शिक्षा के 2365 छात्रों को दिल्ली विश्वविद्यालय के कई महत्वपूर्ण पाठ्यक्रमों में दाखिला मिला है।

दूसरी कट ऑफ लिस्ट के आधार पर छात्र 11 से 13 अक्टूबर के बीच दाखिले के लिए आवेदन कर सकेंगे। दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार विकास गुप्ता ने बताया कि पहली कट ऑफ लिस्ट के बाद 60,904 उम्मीदवारों ने विभिन्न कॉलेजों में आवेदन किया है। इनमें से 46,054 सीबीएसई बोर्ड से थे और बाकी छात्र अन्य सीबीएसई के बाहर देश भर के अन्य शिक्षा बोडरे से हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को डीयू प्रवेश प्रक्रिया में न्याय मिले इस हेतु अभाविप ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय प्रशासन का पुतला फूंक नार्थ कैंपस में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की मुख्य मांगों में बढ़ी हुई कट-ऑफ को ठीक करना, नामांकन प्रक्रिया में राजकीय बोर्ड के नंबर को नॉर्मलाइज करके दाखिला देना था।

इसके अलावा छात्रों ने दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि तत्काल प्रभाव से नामांकन प्रक्रिया को रोका जाए, नामांकन हेतु छात्रों की प्रारंभिक स्क्रीनिंग कराई जाए।

दिल्ली विश्वविद्यालय ने 1 अक्टूबर को सत्र 2021-22 के नामांकन हेतु पहली कट ऑफ जारी की थी। इसमें पिछले वर्षो के तुलना में अनियमित उछाल देखी गयी। परिणाम स्वरूप 99 प्रतिशत अंक पाने वाले छात्र भी हिंदू, हंसराज, रामजस जैसे देश के प्रतिष्ठ महाविद्यालयों के कई पाठ्यक्रमों में दाखिले से वंचित रह गए।

छात्र संगठनों का कहना है कि इस 100 प्रतिशत वाले कट ऑफ के कारण सबसे ज्यादा नुकसान सुदूर ग्रामीण इलाकों से आने वाले उन छात्रों को हुआ है जो पूरे साल दिल्ली विश्वविद्यालय में नामांकन हेतु मेहनत करते है एवं सीमित अवसरों और सीमित संसाधनों के साथ अपनी पढ़ाई करते हैं। इस ऊंचे कट ऑफ के कारण केवल कुछ राज्य बोर्ड के छात्र ही दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश ले पा रहे है। इस भेदभावपूर्ण व्यवहार के विरुद्ध पिछले 3 दिनों से अभाविप का दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रदर्शन चल रहा है।


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