दिल्ली सचिवालय का 22 को घेराव करेंगे दास, स्टैनो कर्मचारी
दिल्ली सरकार के दास व स्टैनो कैडर के कर्मचारियों ने लंबित पड़े कैडर रीस्ट्रक्चरिंग के मामले में आंदोलन तेज करने का फैसला किया है

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार के दास व स्टैनो कैडर के कर्मचारियों ने लंबित पड़े कैडर रीस्ट्रक्चरिंग के मामले में आंदोलन तेज करने का फैसला किया है। एक मई, 2017से अब तक लगातार पांच बैठकें व धरना प्रदर्शन करने के बाद अब ये कर्मी 22 फरवरी को दिल्ली सचिवालय का घेराव करने की तैयारी में हैं। कर्मियों का दावा है कि कैडर रिस्ट्रक्चरिंग के लिए उपराज्यपाल ने हरी झंडी दे दी है इसके बावजूद दिल्ली सरकार का सर्विसेस विभाग कर्मचारी विरोधी रवैया अपना रहा है।
दिल्ली गवर्नमेंट एम्पलाइज वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष दयानंद सिंह ने बताया कि 1 मई से 12 सितम्बर 2017 के बीच कई बैठकों में विरोध प्रदर्शन किएगए व 13 सितम्बर 2017 को उप.राज्यपाल अनिल बैजल ने दास कैडर को सीएसएस कैडर से पैरिटी देते हुए रिस्ट्रक्चर करने के आदेश दे दिए थे। बावजूद इसके दिल्ली सरकार का सर्विसेज विभाग कर्मचारी विरोधी रवैया अपनाये हुये है।
महासचिव दीपक भारद्वाज ने कहा कि दास और स्टैनो कैडर कर्मचारी पूरी सरकार को चलाने का काम कर रहा है। सरकार की रीढ़ की हड्डी के रूप में अपनी सेवा दे रहा है। बावजूद इसके कैडर रिस्ट्रक्चरिंग के प्रोपजल को मंजूर नहीं किया जा रहा है। यह प्रस्ताव एक नवम्बर को सौंपा गया था। सरकार के इस रवैए के खिलाफ अब 22 फरवरी को 10 बजे दास और स्टैनो कैडर के सभी कर्मचारी एक दिन का अवकाश लेकर दिल्ली सचिवालय पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।


