Top
Begin typing your search above and press return to search.

दिल्ली पुलिस के एसीपी को निबटाने चला था, खुद मेरठ में ढेर हुआ 'शक्ति'

दिल्ली पुलिस के दबंग सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) को ढेर करने के चक्कर में राष्ट्रीय राजधानी का कुख्यात बदमाश खुद मेरठ पुलिस की गोलियों से ढेर हो गया

दिल्ली पुलिस के एसीपी को निबटाने चला था, खुद मेरठ में ढेर हुआ शक्ति
X

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के दबंग सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) को ढेर करने के चक्कर में राष्ट्रीय राजधानी का कुख्यात बदमाश खुद मेरठ पुलिस की गोलियों से ढेर हो गया। मारे गए बदमाश का नाम शिव शक्ति नायडू है।

नायडू दिल्ली का ही रहने वाला था। नायडू के साथ एक अन्य बदमाश के भी घायल होने की खबर है। मंगलवार को देर शाम हुई मुठभेड़ में यूपी पुलिस का एक अधिकारी भी गोली लगने के घायल हो गया।

घायल पुलिस अधिकारी का नाम जितेंद्र सरगम है। जितेंद्र सरगम दौराला उपमंडल के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) हैं। घटना की जानकारी देर रात आईएएनएस को देते हुए मेरठ जोन के एडिश्नल डायरेक्टर जनरल (पुलिस) प्रशांत कुमार ने कहा, "पुलिस मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से घायल होने वाले बदमाश का नाम शिव शक्ति नायडू है। नायडू दिल्ली का रहने वाला है। दिल्ली में उसका खतरनाक आपराधिक इतिहास रहा है। पता चला है कि मुठभेड़ के दौरान घायल बदमाश नायडू के निशाने पर दिल्ली पुलिस के एक एसीपी थे। नायडू के पास से पुलिस टीमों को कई हथियार व अन्य संदिग्ध सामान मिला है। अभी जांच जारी है।"

मुठभेड़ के तुरंत बाद पता चला था कि दो बदमाश ढेर हुए हैं, जिनके नाम भूरा और शिव शक्ति नायडू हैं। बाद में देर रात अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने साफ किया कि शिव शक्ति नायडू के अलावा दूसरा और कोई बदमाश फिलहाल हाथ नहीं लगा है।

मेरठ पुलिस के मुताबिक, नायडू के सिर पर एक लाख रुपये का इनाम था। वो लंबे समय से फरार चल रहा था। नायडू ने अपने साथियों के साथ मिलकर सन् 2014 में दिल्ली के लाजपत नगर इलाके में करीब 8 करोड़ रुपये की लूट की थी। वो राजधानी की सबसे बड़ी लूट थी। वो रकम एक सटोरिये से लूटी गई थी।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए एडीजी प्रशांत कुमार ने इस बात से फिलहाल इनकार किया कि शक्ति नायडू बदमाश किसी बॉलीवुड अभिनेत्री या उसके पति से मोटी रकम वसूलने के चक्कर में था। उन्होंने आगे कहा, "जांच की जा रही है। फिलहाल ऐसा कुछ कह देना जल्दबाजी होगी।"

उधर, दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के डीसीपी (नई दिल्ली रेंज) प्रमोद कुमार सिंह कुशवाह ने मंगलवार देर रात आईएएनएस को बताया, "संभव है कि हमारे साथ कार्यरत सहायक पुलिस आयुक्त मोहन सिंह नेगी इस गैंग के निशाने पर रहे हों। मेरठ पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में हाथ लगे बदमाश शिव शक्ति नायडू को दिल्ली के लाजपत नगर में जनवरी 2014 में हुई आठ करोड़ की लूट में मोहन सिंह नेगी ने ही पकड़ा था। उस वक्त भी नेगी स्पेशल सेल में इंस्पेक्टर थे। अभी मगर इस पर कुछ ठोस बोलना जल्दबाजी होगी। मेरठ पुलिस से बात करने पर सही जानकारी मिलेगी।"

दूसरी ओर, दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के सूत्र बताते हैं कि मंगलवार को दिन के वक्त शिव शक्ति नायडू ने किसी यादव को फोन किया था। उसकी इस बातचीत को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल भी सुन रही थी। जब तक बदमाश नायडू दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के शिकंजे में फंसता, उसे मेरठ पुलिस ने घेर लिया।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it