दिल्ली पुलिस स्थिति को संभालने में नाकाम, सेना को बुलाने की जरूरत : अरविंद केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि यहां सीएए समर्थकों व विरोधियों के बीच हुई हिंसा और तनाव की स्थिति को दिल्ली पुलिस संभाल नहीं पा रही

नई दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने उत्तर पूर्वी दिल्ली के कुछ इलाकों की स्थिति को गंभीर बताते हुए लोगों में विश्वास पैदा करने के लिए सेना तैनात करने की मांग की है ।
केजरीवाल ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत कर्फ्यू लगाया जाना चाहिये । उन्होंने कहा कि वह इस संबंध में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिख रहे हैं ।
केजरीवाल ने कहा कि वह रात भर बड़ी संख्या में लोगों के सम्पर्क में थे। स्थिति बेहद गंभीर है। पुलिस के तमाम प्रयासों के बावजूद स्थिति नियंत्रित नहीं हो रही है ।
पुलिस और अर्द्ध सैनिक बल के जवानों ने आज सुबह मौजपुर से गोकुलपुरी के इलाके में फ्लैग मार्च कर लोगों में विश्वास पैदा करने का प्रयास किया। पुलिस ने लोगों को अपने घरों में रहने की सलाह दी । कल रात से कोई बड़ी घटना की सूचना नहीं है ।
हिंसा की घटनाओं में अब तक 17 लोगों की मौत हो गयी है और बड़ी संख्या में लोग अस्पतालों में भर्ती है। कई लोग गाेली लगने से घायल हुए हैं । हिंसा की घटनाओं में एक पुलिसकर्मी की भी मौत हुयी है। राष्ट्रीय राजधानी में पिछले दो दिनों से हिंसा की घटनाएं हो रही है ।
गृह मंत्री ने कल इस संबंध में एक बैठक भी की थी और पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकमी उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया था ।
पिछले तीन दिनों से उत्तर पूर्वी दिल्ली में जारी हिंसा में अब तक पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल समेत 17 लोगों की मौत हो चुकी है। हिंसा में कई वाहनों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया और इन घटनाओं में 200 से अधिक लोग घायल भहुए हैं।
गुरु तेग बहादुर अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार चारों घायलों ने आज अस्पताल में दम तोड़ दिया। अब भी कई लोगों की हालत गंभीर है जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
हिंसा की घटनाओं के मद्देनजर केन्द्र सरकार ने मंगलवार को उच्च स्तरीय आपात बैठक बुलायी थी और स्थिति की गहन समीक्षा की तथा शांति बहाल करने के लिए कड़े कदम उठाने का फैसला किया था। गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक बुलायी थी जिसमें दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल हुए।
केजरीवाल ने बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में इस बैठक को अच्छा कदम बताते हुए कहा कि हर कोई चाहता है कि राजधानी में हिंसा रूके। बैठक में यह फैसला किया गया कि सभी राजनीतिक दल दिल्ली में शांति व्यवस्था बहाल करने में सहयोग करें।
हिंसा के कारण केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने दिल्ली के उत्तर पूर्वी ईलाकों के कुल 86 केंद्रों पर 26 फरवरी को होने वाली 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं स्थगति कर दी है। इससे पहले दिल्ली सरकार ने पहले उत्तर पूर्वी इलाके के सभी सरकारी एवं निजी स्कूलों को बंद करने की घोषणा की थी।
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध एवं समर्थन को लेकर उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई हिस्सों में रविवार शुरू हुयी थी जिसमें अब तक एक पुलिसकर्मी समेत 17 लोगों की मौत हो गयी है।


