दिल्ली : पुलवामा हमले के शहीदों के लिए हवन, कश्मीरी पंडित भी हुए शामिल
ऑल इंडियन राजीव कांग्रेस पार्टी (एआईआरसीपी) ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आत्मघाती हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों को यहां सोमवार को श्रद्धांजलि दी और उनकी आत्मा की शांति के लिए हवन किया

नई दिल्ली। ऑल इंडियन राजीव कांग्रेस पार्टी (एआईआरसीपी) ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आत्मघाती हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों को यहां सोमवार को श्रद्धांजलि दी और उनकी आत्मा की शांति के लिए हवन किया। पार्टी ने कहा कि हवन को कश्मीरी पंडितों द्वारा संपन्न कराया गया।
एआईआरसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद शर्मा ने कहा कि इस हमले के पीछे निश्चित रूप से पाकिस्तान है। पाकिस्तान को भारतीयों के जवानों के खून के हर कतरे का हिसाब देना होगा।
उन्होंने कहा कि इस हवन यज्ञ का मकसद शहीदों के प्रति संवेदना जताने के अलावा उनके परिजनों को दुख की घड़ी में हिम्मत बंधाना है। अगर मोदी सरकार शहीदों के परिजनों के लिए उचित कदम उठाती है तो देश का बच्चा-बच्चा उनके साथ होगा, लेकिन दिक्कत यह है कि 14 फरवरी को शहीदों के काफिले पर हमले के बाद मोदी सरकार एक्शन मोड में नहीं दिखाई दे रही, इसकी जगह वह इलक्शेन मोड में चली गई है।
विनोद शर्मा ने कहा कि मोदी सरकार दिखावा ज्यादा करती है। जुमलेबाजी ज्यादा करती है और सच्चाई में कम जीती है। मोदी जी का व्यवहार देखकर मुझे ऐसा लग रहा है कि वह शहादत को वोटों में बदलने की तैयारी में लगे हुए हैं। पहले जवान शहीद होते थे तो सरकार से इस्तीफा मांगा जाता था। अब मोदी जी कह रहे हैं कि अगर आतंकवाद को जड़ से खत्म करना हो तो मुझे दोबारा वोट दो। जवानों की लाशें अपने घर नहीं पहुंची थी और मोदी जी फोटो शूट में लग गए थे। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था।
उन्होंने कहा, "जब हमारे किसी पूर्व राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री का निधन हो जाता है तो आप तीन दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित करते हैं, लेकिन आज हमारे जवान शहीद हुए हैं तो आपने दो मिनट का मौन घोषित किया है। यह काफी ओछी राजनीति है।"
विनोद ने कहा, "अगर मोदी जवानों की शहादत पर इस तरह की राजनीति करेंगे तो जनता उन्हें उसी तरह का जवाब देगी, जिस तरह का जवाब वह कांग्रेस को पिछले चुनाव में दे चुकी है।"


