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दो हजार नई बसें खरीदेगी दिल्ली सरकार

दिल्ली सरकार अब राजधानी की सड़कों पर एक हजार सरकारी व एक हजार क्लस्टर बसों को उतारने की तैयारी कर रही है

दो हजार नई बसें खरीदेगी दिल्ली सरकार
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नई दिल्ली। दिल्ली सरकार अब राजधानी की सड़कों पर एक हजार सरकारी व एक हजार क्लस्टर बसों को उतारने की तैयारी कर रही है। यह जानकारी देते हुए परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि दिल्ली परिवहन निगम एक हजार नॉन एसी बसों को खरीदने के लिए जल्द ही प्रक्रिया शुरूकी जाएगी। दिल्ली सरकार के मंत्रिमंडल ने इस आशय के प्रस्ताव पर मंजूरी दे दी है और अब नॉन एसी सीएनजी बसों की खरीद की जाएगी।

हालांकि ये बसें स्टैंडर्ड ऊंचाई वाली बसें होंगी। दिल्ली परिवहन निगम यह बसें चार वर्ष बाद खरीद रहा है, बता दें कि इससे पूर्व वर्ष 2013 में पूर्ववर्ती सरकार द्वारा खरीदी गई बसें ही दिल्ली की सड़कों पर आई थीं। दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि सरकार स्टैंडर्ड साइज की बसें खरीदेगी और इस पर 330 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसमें रखरखाव की कीमत शामिल नहीं है। हालांकि लो फ्लोर बसें आने के बाद पहली बार सरकार स्टैंडर्ड साइज बसें खरीदेगी इस पर परिवहन मंत्री ने तर्क दिया कि देहात में लोफ्लोर के लिए सड़कें उपयुक्त नहीं है जबकि यहां कई बस डिपेा बन रहे हैं अथवा बने हुए हैं। उन्होने दावा किया कि डिपो व स्थान की कमी चलते पिछले कई वर्ष से बसें नहीं खरीद पा रहे थे।

उन्होंने बताया कि अगले दस माह में सभी क्लस्टर की बसें आ जाएंगी व दिल्ली परिवहन निगम की बसें 12 माह में आ जाएंगी और इस दौरान पुरानी बसें अपनी आयु पूरी करने पर हटा दी जाएंगी। इसके अलावा मिनी व मिडी बसों को चलाने पर सरकार अध्ययन कर रही है उसे भी मंत्रिमंडल में लाएंगे। कैलाश गहलोत ने बताया कि एक हजार क्लस्टर बसों को चलाने व किराए के अंतर पर सरकार हर साल 211 करोड़ रुपए खर्च करेगी। इसके अलावा एक 42 एकड़ का डिपो इन क्लस्टर बसों को दे दिया जाएगा। गहलोत ने कहा कि बस क्यू शेल्टर पर भी काम कर रहे हैं क्योंकि पहले टेंडर फेल हुए हैं अब उन कारणों को दूर कर दोबारा टेंडर करेंगे। बता दें कि दिल्ली में 11 हजार बस होनी चाहिए लेकिन डीटीसी व क्लस्टर की कुल 5600 बसे हैं। सरकार पिछले कई वर्ष से बसें खरीदने का प्रयास कर रही है लेकिन विफलता के बाद अब नए सिरे से प्रयास शुरू किए हैं।

आधिकारिक आंकड़ों मुताबिक शहर के सभी इलाकों को शामिल करने के लिए 11 हजार बसों की जरूरत है। शहर में कुल 865 मार्ग हैं। दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया, दिल्ली के सभी क्षेत्रों को शामिल करने के लिए 11 हजार बसों की जरूरत है। हमने एक हजार और बसें खरीदने करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

शहर की सड़कों पर उतरने के लिए इन्हें तकरीबन 9-10 महीने का समय लगेगा। दिल्ली परिवहन विभाग के पास 3,944 बसें हैं। क्लस्टर योजना के तहत दिल्ली इंटिग्रेटेड मल्टीमॉडल ट्रांजिट सिस्टम (डीआईएमटीएस) भी 1,634 बसों का परिचालन करता है। दिल्ली विधानसभा के हालिया सत्र में परिवहन मंत्री ने सूचित किया था कि सरकार अंतिम छोर तक सड़क संपर्क जोड़ने की प्राथमिकता पर भी ध्यान दे रही है।


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