दिल्ली सरकार के अस्पताल में सीवर सफाई करने पर मौत
दिल्ली सरकार के लोक नायक अस्पताल में सीवर की सफाई के दौरान हुई सफाईकर्मी की मौत के बाद आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि-मैंने 15 अगस्त को कहा था ठेकेदारी प्रथा खत्म हो

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार के लोक नायक अस्पताल में सीवर की सफाई के दौरान हुई सफाईकर्मी की मौत के बाद आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि-मैंने 15 अगस्त को कहा था ठेकेदारी प्रथा खत्म हो। आज एनडीएमसी बैठक में ठेकेदारी प्रथा खत्म करने का फैसला हुआ है। सभी गरीब मजदूरों को बधाई।
इसके बाद तो इस पर रार शुरू हो गई और आप के विधायक व पूर्व जल मंत्री कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री को याद दिलाया कि, 'ठेकेदारी प्रथा तो दिल्ली सरकार में खत्म करने का वादा था, जहां आपकी सरकार है। एनडीएमसी में आपकी सरकार भी नहीं हैं। बधाई तो सच्ची देना सीखिए।‘
वहीं पूरे मामले में भाजपा ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के विरूद्ध गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करवाने की मांग की।
प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा है कि दिल्ली सरकार के अपने ही अस्पताल लोक नायक अस्पताल में सीवर की सफाई करते हुये सफाई कर्मचारी की मृत्यु के बाद यह साबित हो गया है कि दिल्ली सरकार ने पिछले एक महीने में हुई 7 सफाई कर्मचारियों की मृत्यु की घटनाओं से कोई सबक नहीं सीखा है।
श्री तिवारी ने कहा है कि यदि अरविंद केजरीवाल से भिन्न कोई भी मुख्यमंत्री होता तो वह इस घोर लापरवाही के लिये जिम्मेदारी लेता।
श्री तिवारी ने यह भी कहा कि पूर्व में हुई मौतों की, विशेष रूप से छत्तरपुर और लाजपत नगर में, जिम्मेदारी लेने से बचने का इस आधार पर प्रयास किया था कि वे निजी तौर पर किये गये कार्य थे किन्तु अब सरकारी अस्पताल परिसर में ही हुई इस घटना की जिम्मेदारी लेने से बचने का उनके पास कोई बहाना नहीं है।
उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग के उन अधिकारियों के विरूद्ध गैर इरादतन हत्या के लिये एफआईआर दर्ज की जानी चाहिये जिन्होंने सुरक्षा नियमों का पालन सुनिश्चित किये बगैर सरकारी अस्पताल परिसर में सीवर सफाई के काम की अनुमति दी। स्वास्थ्य और लोक निर्माण विभाग मंत्री के विरूद्ध भी कार्यवाही की जानी चाहिये यदि मुख्यमंत्री को इन मौतों पर दुख है। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति के मामले में सर्वदलीय बैठक की मांग करते हैं क्योंकि केजरीवाल सरकार का जलबोर्ड और लोक निर्माण विभाग पूर्व में हुई मृत्यु से कोई सबक लेने में और सीवर सफाई करने वाले कर्मचारियों को सुरक्षा देने के लिये उपाय करने में नाकाम रहे हैं।


