दिल्ली सरकार को बसें खड़ी करने के लिए डीडीए से मिली जमीन
दिल्ली सरकार को सोमवार को दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की बसों को खड़ा करने के लिए बस डिपो, बस टर्मिनल के लिए 12 एकड़ जमीन दिल्ली विकास प्राधिकरण से मिल गई है

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार को सोमवार को दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की बसों को खड़ा करने के लिए बस डिपो, बस टर्मिनल के लिए 12 एकड़ जमीन दिल्ली विकास प्राधिकरण से मिल गई है। इसके बाद दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने उम्मीद जताई कि जल्द ही डीडीए मांग के अनुसार और भी जमीन उपलब्ध कराएगा। परिवहन मंत्री ने कहा कि उम्मीद है इस कदम के बाद राजधानी के सार्वजनिक परिवहन की स्थिति में सुधार आ सकेगा।
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने सोमवार सुबह ट्वीट कर यह जानकारी देते हुए लिखा कि खुश हूं कि आज डीडीए रोहिणी में 12 एकड़ जमीन दिल्ली परिवहन निगम के सुपुर्द करने जा रहा है। उन्होने कहा कि उम्मीद है कि इसी तरह से डीडीए और भी जमीन दिल्ली सरकार को जल्द से जल्द उपलब्ध कराएगा ताकि सरकार ज्यादा से ज्यादा बसों को खरीद कर सार्वजनिक परिवहन को बढ़ा सके। डीडीए ने जो 12 एकड़ जमीन डीटीसी बस टर्मिनल के लिए दिल्ली सरकार को दी है वह रोहिणी फेज-4 में स्थित सेक्टर-37 में है।
गौरतलब है कि दिल्ली में धुंध के दौरान जब एनजीटी ने सम-विषम पर शर्तें लगाई थी तब दिल्ली सरकार ने सार्वजनिक परिवहन की कमी का कारण बताते हुए महिलाओं और दुपहिया वाहनों को छूट देने की मांग की थी। इस पर बसों की कम संख्या को लेकर भी दिल्ली सरकार को फटकार भी मिली थी। इसके बाद दिल्ली सरकार की ओर से यह कहा गया था कि जमीन की उपलब्धता न होने की वजह से नई बसें नहीं खरीद पा रहे हैं। यहां तकि परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने जमीन दिलवाने के लिए पत्र भी लिखा। हालांकि विपक्ष ने बजाप्ता कई डिपो का जिक्र कर बताया था कि अभी भी कई हजार बसें खड़ी करने की जगह है सरकार बहानेबाजी न करे।


