दिल्ली की पहली महिला न्यायाधीश लीली सेठ का निधन
दिल्ली उच्च न्यायालय की पहली महिला न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) लीला सेठ का निधन हो गया है। सेठ का कल रात दिल का दौरा पड़ने से देहांत हो गया। वह 86 वर्ष की थीं। वह काफी लंबे समय से बीमार चल रही थी
दिल्ली/नोएडा। दिल्ली उच्च न्यायालय की पहली महिला न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) लीला सेठ का निधन हो गया है। सेठ का कल रात दिल का दौरा पड़ने से देहांत हो गया। वह 86 वर्ष की थीं। वह काफी लंबे समय से बीमार चल रही थी।
लीला सेठ का जन्म लखनऊ मे अक्टूबर 1930 मे हुआ। बचपन मे पिता की मृत्यु के बाद बेघर होकर विधवा मां के सहारे पली-बढ़ी और मुश्किलों का सामना करती हुई उच्च न्यायालय की मु य न्यायाधीश जैसे पद तक पहुचने का सफर एक महिला के लिये कितना संघर्ष-मय हो सकता है। इसकी वह एक मिसाल थी।
भारत की पहली महिला मु य न्यायाधीश रही लीला ने अंतरराष्ट्रीय याति प्राप्त लेखक विक्रम सेठ की मां थी। लन्दन मे कानून की परीक्षा 1958 मे टॉप रहने, भारत के 15 वे विधि आयोग की सदस्य बनने और कुछ चर्चित न्यायिक मामलो मे विशेष योगदान के कारण लीला सेठ का नाम विख्यात था। वह लंदन रही। उसके बाद पति को भारत लौटना पड़ा तो लीला ने यहां आ कर वकालत करने की ठानी, यह वह समय था जब नौकरियों मे बहुत कम महिलाएं होती थी।
कोलकाता मे उन्होने वकालत की शुरुआत की लेकिन बाद मे पटना में आ कर उन्होंने वकालत शरू की। 1959 में उन्होंने बार में दाखिला लिया और पटना के बाद दिल्ली में वकालत की। उन्होंने वकालत के दौरान बड़ी तादात मे इनकम टैक्स, सेल्स टैक्स, एक्सिस ड्यूटी और कस्टम संबंधी मामलों के अलावा सिविल कंपनी और वैवाहिक मुकदमें किये। 1978 में वे दिल्ली उच्च
न्यायालय की पहली महिला न्यायाधीश बनी और बाद में 1991 मे हिमाचल प्रदेश की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश नियुक्त की गई। महिलाओं के साथ भेद-भाव के मामले, संयुक्त परिवार मे लड़की को पिता की स पति का बराबर की हिस्सेदारी बनाने और पुलिस हिरासत में हुई राजन पिलाई की मौत की जांच जैसे मामलों में उनकी महतवपूर्ण भूमिका रही है।
मैं लीला सेठ के शोकसंतप्त परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं , उन्होंने दिल्ली उच्च न्यायालय की पहली महिला न्यायाधीश और हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय की पहली मुख्य न्यायाधीश के रूप में विधिक क्षेत्र में महिलाओं के लिए मार्ग प्रशस्त किया : हामिद अंसारी, उपराष्ट्रपति
यायमूर्ति लीला सेठ के निधन के बारे में जानकार दुख हुआ, कानून के क्षेत्र में उनका उल्लेखनीय योगदान याद किया जाएगा ,न्यायमूर्ति सेठ के शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की : नरेंद्र मोदी,प्रधानमंत्री
न्यायमूर्ति लीला सेठ के निधन का समाचार सुनकर दुख हुआ, न्याय और समानता के मुद्दों पर उनकी प्रगतिशील सोच लोगों को हमेशा संबल प्रदान करती रहेगी : अरविंद केजरीवाल,मुख्यमंत्री


