दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने की 'वन महोत्सव' अभियान की शुरूआत
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को गढ़ी मांडू में 'वन महोत्सव' अभियान की शुरूआत की

नई दिल्ली। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को गढ़ी मांडू में 'वन महोत्सव' अभियान की शुरूआत की।
रविवार को दिल्ली की सभी 70 विधानसभाओं में पौधारोपण किया जाएगा। दिल्ली के डिप्टी सीएम, मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष भी अलग-अलग जगहों में इस महा अभिायन का नेतृत्व करेंगे। दिल्ली सरकार ने अपने इस कार्यकाल में दो करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है, जिसके तहत इस साल 33 लाख पौधे लगाए जाएंगे। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में लगाए जा रहे पौधों का ऑडिट किया जा रहा है, जिसमें वन विभाग का ऑडिट पूरा हो चुका है। सरकार ने ट्री ट्रांसप्लांटेशन पॉलिसी के तहत एजेंसियों को सूचीवद्ध कर दिया है और अब पेड़ों को काटने की बजाय ट्रांसप्लांट किया जा सकेगा। मेरी अपील है कि सभी दिल्लीवासी वन महोत्सव में शामिल हों, ताकि हम सभी को प्रदूषण की समस्या से निजात मिल सकें।
गोपाल राय ने कहा कि पिछले छह सालों से लगातार दिल्ली के ग्रीन बेल्ट को बढ़ाने और दिल्ली के प्रदूषण को कम करने के लिए हर साल वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है। इस साल दोबारा सरकार बनने के बाद हमारी सरकार ने अपने पांच साल के कार्यकाल में दो करोड़ नए पौधों के वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा है।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि अगले 15 दिनों तक दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में महोत्सव के तहत पौधारोपण का महा अभियान चलेगा। इस पौधारोपण महा अभियान का नेतृत्व दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, दिल्ली सरकार के मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष अलग-अलग जिलों में करेंगे।
रविवार के दिन दिल्ली के सभी विधायकों के नेतृत्व में वन विभाग के अधिकारियों के सहयोग से यह महाअभियान चलाया जाएगा। राय ने कहा कि हमारी कोशिश है कि इस वन महोत्सव के दौरान 15 दिनों में हमारी सरकार ने जो पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है, उसका बड़ा हिस्सा पूरा कर पाएंगे।
राय ने आगे कहा कि जो पौधे लगाए जा रहे हैं, उनकी क्या स्थिति है। इसके ऑडिट के लिए पौधारोपण में शामिल सभी विभागों को ऑडिट करने के आदेश दे दिए गए हैं। वन विभाग का ऑडिट पहले ही हो चुका है। उसकी रिपोर्ट जल्द ही आने वाली है। हमारी कोशिश यह है कि दिल्ली के अंदर प्रदूषण की समस्या के निजात के लिए बड़े पैमाने पर पोधारोपण का अभियान चले।
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि इसके साथ ही, सरकार ने प्रदूषण को रोकने के लिए जो पुराने पेड़ थे, विकास के वक्त उन पेड़ों को काट दिया जाता था, लेकिन अब इस पेड़ों को बचाने के लिए सरकार ने ट्री ट्रांसप्लांटेशन पॉलिसी बनाई है। जिससे कि अधिक से अधिक पौधों को ट्रांसप्लांट किया जा सके। चूंकि एक छोटे पौधे का बड़ा होने में समय लगता है। उसके लिए हमने एजेंसियों को पैनलाइज्ड कर दिया है। अब आगे से कोई भी विकास का कार्य होगा, तो इन एजेंसियों के माध्यम से उस पेड़ का ट्रांसप्लांट कराया जाएगा और उसकी हमेशा निगरानी की जाएगी।


