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दिल्ली : घर-घर जाकर पोषण आहार की गुणवत्ता का निरीक्षण

दिल्ली में मंगलवार को कई इलाकों में घर-घर जाकर पोषण आहार की गुणवत्ता का निरीक्षण किया गया है

दिल्ली : घर-घर जाकर पोषण आहार की गुणवत्ता का निरीक्षण
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नई दिल्ली। दिल्ली में मंगलवार को कई इलाकों में घर-घर जाकर पोषण आहार की गुणवत्ता का निरीक्षण किया गया है। दिल्ली के महिला एवं बाल विकास मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने वजीरपुर की जेजे कॉलोनी, अशोक विहार स्थित शक्ति नगर एक्सटेंशन और सब्जी मंडी इलाके के आर्य पुरा में लोगों से फीडबैक लिया है। इस दौरान अधिकारियों को कहा कि योजना के तहत किसी प्रकार की अनियमितता कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और गड़बड़ी करने पर कतई बख्शा नहीं जाएगा। छोटे बच्चों, गर्भवती एवं स्तनपान करा रही महिलाओं के पोषण में कमी नहीं होने दी जाएगी।

समेकित बाल विकास योजना आईसीडीएस के तहत दिए जाने वाले पोषण आहार की गुणवत्ता और मात्रा को जांचने के लिए दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने निरीक्षण किया।

राजेंद्र पाल गौतम ने वजीरपुर की जेजे कॉलोनी, अशोक विहार स्थित शक्ति नगर एक्सटेंशन और सब्जी मंडी इलाके के आर्य पुरा में घर-घर जाकर निरीक्षण किया। मंत्री राजेंद्र पाल गौतम इस लॉकडाउन के दौरान विभिन्न विभागों के संस्थान, बाल गृह, आश्रम आदि का लगातार दौरा कर रहे हैं। निरीक्षण के दौरान वजीरपुर विधायक राजेश गुप्ता उनके साथ रहे।

राजेंद्र पाल गौतम विभाग के अधिकारियों के साथ घर-घर जाकर आईसीडीएस के तहत मिल रहे पोषण आहार की जांच पड़ताल कर रहे हैं। मंत्री ने लाभार्थियों से पूछा कि इस स्कीम के तहत उन्हें क्या-क्या मिल रहा है और उसकी गुणवत्ता कैसी है। मंत्री गौतम ने लाभार्थियों से यह भी जानने का प्रयास किया कि उन्हें मानक के अनुसार ही आहार दिया जा रहा है या फिर कोई गड़बड़ी की जा रही है।

इस योजना में पोषण आहार के रूप में 6 वर्ष से छोटे बच्चों और गर्भवती-स्तनपान करा रही महिलाओं को महीने में दो बार आहार दिया जाता है। इस आहार में गेहूं का कच्चा दलिया, कच्चे काले चने, मीठी खीर और भुने हुए चने तय मानकों के हिसाब से दिए जाते हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्री ने घर घर जाकर पोषण अभियान के तहत दिए जा रहे आहार की जमीनी स्थिति का जायजा लिया।

इस दौरान मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने बताया कि उनके दौरे का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि लाभार्थियों को उच्च गुणवत्ता का पोषण आहार तय मानकों के हिसाब से मिले। उन्होंने कहा कि इस तरह के औचक निरीक्षण से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और अधिकारियों में संदेश जाएगा कि किसी प्रकार की गड़बड़ी, अनियमितता करने पर वह बख्शे नहीं जाएंगे।

मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने बताया कि इस योजना के तहत गुणवत्ता और मानकों की जांच पड़ताल के लिए विभिन्न स्तर पर विभाग में प्रणाली विकसित की गई है, लेकिन बावजूद इसके एक मंत्री के रूप में उन्हें घर-घर जाकर खुद ही लोगों से फीडबैक लेना चाहिए।

निरीक्षण के बाद राजेंद्र पाल गौतम ने बताया कि इस योजना के तहत किसी प्रकार की अनियमितता कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दिल्ली सरकार छोटे बच्चों एवं गर्भवती और स्तनपान करा रही महिलाओं के पोषण को लेकर पूरी तरह संजीदा है और इन मामलों में किसी प्रकार की अनियमितताएं बर्दाश्त नहीं की जाएगी।


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