परिणामों में देरी,छग छात्र संगठनों ने परीक्षा नियंत्रक को घेरा
बीयू के पीजी कक्षाओं के रूके हुए परिणामों में हो रही देरी के चलते आज छत्तीसगढ़ छात्र संगठन जोगी के छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक का घेराव किया
बिलासपुर। बीयू के पीजी कक्षाओं के रूके हुए परिणामों में हो रही देरी के चलते आज छत्तीसगढ़ छात्र संगठन जोगी के छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक का घेराव किया। इस दौरान पुलिस व छात्रों के बीच झूमाझटकी भी हुई। घंटों बहस के बाद छात्रों की मांग पर परीक्षा नियंत्रक पी के पाण्डेय ने पीजी के विथेल्ड, यूएफएस व अन्य कारणों से रूके परिणामों को 10 दिनों में जारी करने का आश्वासन दिया।
मनीष मिश्रा ने बताया कि बिलासपुर विश्वविद्यालय के पीजी कक्षाओं के एम ए एमएससी, एमकॉल के परीक्षा परिणाम को घोषित किये कई महीने हो गए परंतु सैकड़ों छात्र-छात्राओं का परिणाम विथहेल्ड एवं यूएफएस रहा है। तृतीय सेमेस्टर के प्रवेश के पश्चात उनके प्रथम इंटरनल परीक्षा पूर्व करा दी गई है। अत: विथहेल्ड एवं यूएफएस वाले विद्यार्थी अभी तक अपने परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में विद्यार्थी न ही कहीं प्रवेश ले पा रहे हैं और न ही पुन: मूल्यांकन कर पा रहे हैं।
वहीं यूजी कक्षाओं के पुन: मूल्यांकन के परिणाम घोषित नहीं हुए हैं। विश्वविद्यालय की कार्यशैली बिल्कुल धीमी है एवं प्रशासन इसे सुधारने के जगह अपने हक मांगने आए छात्र-छात्राओं पर पुलिस बल का इस्तेमाल करते हैं। छत्तीसगढ़ छात्र संगठन से पूर्व छात्रसंघ सचिव बीयू मनीष मिश्रा, जिला महासचिव मनोज मेश्राम, नागेन्द्र सिंह, जिला सचिव पंकज सोनी, सौरभ मिश्रा, दीप सोनी, आकाश वर्मा, मेहताब खान, सुयश यादव, साजिद अली आदि छात्र ज्ञापन देने पहुंंचे थे।
नामांकन शुल्क में तीन गुना वृद्धि से छात्रों का फूटा गुस्सा
नामांकन शुल्क में तीन गुना बढ़ोतरी किए जाने के विरोध में आज एनएसयूआई ने बीयू का घेराव किया तथा नामांकन शुल्क पूर्व की तरह 100 रूपए लिए जाने की मांग को लेकर कुलपति के नाम विश्वविद्यालय प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा।
आज एनएसयूआई के छात्र नेता वसीम खान के नेतृत्व में छात्र-छात्राओं ने बिलासपुर विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया। यहां पर काफी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। एनएसयूआई के छात्र नेता वसीम खान ने बताया कि बिलासपुर विश्वविद्यालय द्वारा नामांकन शुल्क पूर्व में 100 रूपए लिया जाता था लेकिन इस बार 300 रूपए कर देने से छात्र-छात्राओं में आक्रोश है। बीयू द्वारा किये जा रहे इस शिक्षा के व्यापारीकरण एनएसयूआई का पुरजोर विरोध करती है। प्रायवेट परीक्षार्थियों के लिए एक रूपरेखा तैयार की जाए ताकि छात्र-छात्राओं को राहत मिल सके। एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रतिनिधि अमितेष राय ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित प्राइवेट परीक्षा में महाविद्यालय पहले ही विभिन्न शुल्क लेकर छात्रों को लूटती आई है और अब यह वृद्धि घोर अन्याय है। शुल्क वृद्धि का निर्णय वापस न लेने पर एनएसयूआई द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से वसीम खान, अमितेष राय, विनीता पटेल, दानिश खान, राज यादव, सोहराब खान, जयपाल निर्मलकर, विराज रजक, जयश्रीवास, राहुल हंसपाल, अभिलाष, आदित्य सरफराज रजा सहित बड़ी संख्या में एनएसयूआई के छात्र मौजूद रहे।


