देहरादून : अफगानिस्तान के 43 कैडेट का अंतिम बैच होगा पासआउट
भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) ने देश और विश्व को एक से बढ़कर एक नायाब अफसर दिए हैं। इस बार भी अकादमी से आठ मित्र देशों के 89 जेंटलमैन कैडेट पास आउट होंगे

देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) ने देश और विश्व को एक से बढ़कर एक नायाब अफसर दिए हैं। इस बार भी अकादमी से आठ मित्र देशों के 89 जेंटलमैन कैडेट पास आउट होंगे। इनमें सबसे अधिक अफगानिस्तान के 43 कैडेट शामिल हैं। पास आउट होने के बाद सात मित्र देशों के कैडेट भले ही अपने-अपने देश की सेना की मुख्यधारा में शामिल हो जाएंगे, पर अफगानिस्तान के कैडेट के सामने असमंजस की स्थिति है। यूं कहा जा सकता है कि अकादमी में कड़ा सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद भी इन अफगान कैडेट का भविष्य अधर में है। तालिबान के पिछले साल अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद यह स्थिति बनी है। क्योंकि, तालिबान के सत्ता पर काबिज होने के बाद अफगान राष्ट्रीय सेना का अस्तित्व समाप्त हो गया है।
दरअसल, पिछले साल तालिबान के कब्जे के दौरान अफगानिस्तान के 83 जेंटलमैन कैडेट आइएमए में सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे। इनमें से 40 कैडेट दिसंबर-2021 मे हुई पासिंग आउट परेड के दौरान पासआउट हो गए थे। ये कैडेट कई दिन तक भारत में ही रहे। शेष जो 43 कैडेट प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे, वह आज पासआउट हो जाएंगे। अफगानिस्तान में तालिबानी सत्ता काबिज होने के बाद कोई भी अफगान कैडेट सैन्य प्रशिक्षण के लिए आइएमए नहीं आया। इस लिहाज से मौजूदा परिपेक्ष्य में आइएमए से पासआउट होने वाला अफगान कैडेट का यह अंतिम बैच है। सैन्य अकादमी से पासआउट होने के बाद अफगानिस्तान के ये युवा कहां जाएंगे, फिलवक्त इसकी कोई जानकारी नहीं है।
बताया जा रहा है कि विदेश मंत्रालय ही इस बाबत निर्णय लेगा। आइएमए में मित्र देशों के जो कैडेट सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं, उनमें सबसे अधिक संख्या अफगानिस्तान के कैडेट की ही रहती है।


