पूर्णबंदी के बाद उत्पादन बढाने की योजना बनायें रक्षा उपक्रम: राजनाथ
श्री सिंह ने आज इन उपक्रमों और कारखानों के अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेन्स से बैठक की और कोरोना महामारी से लड़ने की रणनीति के साथ साथ उनकी संचालन योजनाओं की समीक्षा की।

नयी दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों और आयुध कारखानों से कोरोना महामारी के कारण लागू पूर्णबंदी समाप्त होने के बाद संचालन और अन्य गतिविधियों को जल्द से जल्द शुरू करने के लिए जरूरी योजना बनाने को कहा है।
श्री सिंह ने आज इन उपक्रमों और कारखानों के अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेन्स से बैठक की और कोरोना महामारी से लड़ने की रणनीति के साथ साथ उनकी संचालन योजनाओं की समीक्षा की। रक्षा मंत्री ने कहा कि पूर्णबंदी के कारण रक्षा उपक्रमों की गतिविधियां और संचालन प्रभावित हुआ है और इस महामारी से उबरने के बाद इन गतिविधियों को शुरू करने की योजना बनायी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह कोशिश होनी चाहिए कि पूर्णबंदी के कारण जितने समय की बर्बादी हुई है , उत्पादन बढाकर उसकी भरपायी की जाये।
पूर्णबंदी के बाद अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की योजनाओं का उल्लेख करते हुए श्री सिंह ने कहा कि रक्षा उपक्रम और आयुध कारखाने निजी क्षेत्र की रक्षा कंपनियों के साथ मिलकर अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
श्री सिंह ने कोरोना के खिलाफ चलाये जा रहे राष्ट्रव्यापी अभियान में योगदान के लिए रक्षा उपक्रमों द्वारा नवाचार के तहत बनाये जा रहे उत्पादों और स्थानीय प्रशसन को अनेक स्तर पर दिये जा रहे सहयोग के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने रक्षा मंत्रालय के तहत आने वाले विभिन्न संगठनों तथा उपक्रमों द्वारा प्रधानमंत्री केयर्स निधि में दिये गये योगदान का भी उल्लेख किया और कहा कि इससे कोरोना के खिलाफ लड़ाई को मजबूती मिलेगी।
बैठक में बताया गया कि देश के सभी आयुध कारखानों की 41 विनिर्माण इकाईयों में अब तक कोरोना संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है। इन आयुध कारखानों में अब तक 100 से अधिक वेंटीलेटरों की मरम्मत की गयी है, करीब 13 हजार व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण बनाये गये हैं, पीपीई की जांच के लिए विशेष मशीन विकसित की गयी है और लगभग साढे छह लाख मास्क की आपूर्ति की गयी है। इसके अलावा अनेक संगठनों ने सेनेटाइजर बनाने के साथ साथ आइसोलेशन वार्ड भी तैयार किये हैं।
रक्षा उत्पादन विभाग के सचिव राज कुमार के साथ साथ रक्षा उपक्रमों और रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में हिस्सा लिया।


