वर्षा से तापमान में गिरावट आने से भीषण गर्मी में आई कमी
राजस्थान में राजधानी जयपुर सहित कुछ क्षेत्रों में प्री मानसून की बरसात के कारण तापमान में गिरावट आने से भीषण गर्मी में थोड़ी राहत महसूस की जाने लगी है

जयपुर । राजस्थान में राजधानी जयपुर सहित कुछ क्षेत्रों में प्री मानसून की बरसात के कारण तापमान में गिरावट आने से भीषण गर्मी में थोड़ी राहत महसूस की जाने लगी है।
मौसम विभाग के अनुसार पिछले चौबीस घंटों में जयपुर में 9़ 2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि चुरु में 24़ 7 मिलीमीटर वर्षा हुई। इस दौरान सीकर में भी दो मिलीमीटर बरसात रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा अन्य नागौर जिले सहित कुछ क्षेत्रों में भी बरसात के समाचार है। वर्षा के कारण तापमान में गिरावट आई और राज्य में चुरु में अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री कम के साथ 34़3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। चुरु में न्यूनतम तापमान भी सामान्य से छह डिग्री कम 24़ 7 डिग्री सेल्सियस रहा।
इसी प्रकार जयपुर में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से पांच डिग्री कम था। हालांकि न्यूनतम तापमान 27़ 7 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य था। श्रीगंगानगर में भी अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री नीचे 36़ 4 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान भी सामान्य से इतना ही नीचे 28़ 7 डिग्री सेल्सियस रहा। जोधपुर में अधिकतम तापमान 36़ 8 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से चार डिग्री कम था जबकि न्यूनतमत तापमान 30़ 3 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से दो डिग्री ज्यादा था। उदयपुर में अधिकतम तापमान एक डिग्री कमी के साथ 36़ 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अजमेर में अधिकतम तापमान 36़ 9 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से दो डिग्री कम था।
राज्य के बीकानेर में अधिकतम तापमान 39़ 6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से दो डिग्री कम रहा जबकि न्यूनतम तापमान 31़ 1 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से दो डिग्री अधिक था। इस दौरान सीकर में अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से तीन डिग्री कम था। इससे प्रदेश में भीषण गर्मी में थोड़ी राहत मिली है। हालांकि उमस बढी है।
विभाग के अनुसार आगामी चौबीस घंटों में प्रदेश के कई क्षेत्रों में धूल भरी आंधी एवं बारिश होने की संभावना है। आगामी अड़तालीस घंटों में बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ, डूंगरपुर, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद एवं सिरोही में भारी बारिश भी हो सकती है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में मानसून करीब पन्द्रह जून को आता है लेकिन इस बार उसके दस-पन्द्रह दिन देरी से राज्य में प्रवेश करने की संभावना है।


