यूएनजीए में इमरान खान के भाषण तक एलओसी मार्च टालने का फैसला
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के राजनीतिक और धार्मिक दलों के प्रमुखों वाली एक समिति ने 27 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री इमरान खान के संबोधन तक एलओसी (नियंत्रण रेखा) की

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के राजनीतिक और धार्मिक दलों के प्रमुखों वाली एक समिति ने 27 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री इमरान खान के संबोधन तक एलओसी (नियंत्रण रेखा) की ओर एक प्रस्तावित मार्च में देरी करने का फैसला किया है। डॉन न्यूज के मुताबिक, यहां शनिवार को क्षेत्र के प्रधानमंत्री राजा फारूक हैदर की अध्यक्षता वाली समिति की बैठक के दौरान यह फैसला लिया गया।
भारत के जम्मू एवं कश्मीर के विशेष दर्जे को निरस्त करने के चार दिन बाद 9 अगस्त को, हैदर द्वारा स्थिति पर चर्चा के लिए एक बहु-दलीय बैठक बुलाई गई थी।
बैठक में एलओसी की ओर मार्च करने के संबंध में इसमें हिस्सा लेने वाले लोगों ने उनसे एक तारीख तय करने के लिए कहा था।
हालांकि, हैदर के महीनाभर तक चले विदेश दौरे के कारण इस मामले में कोई प्रगति नहीं हो सकी।
11 सितंबर को हैदर के लौटने पर कुछ प्रमुखों और राजनीतिक और धार्मिक दलों के प्रतिनिधियों की एक आम बैठक आयोजित की गई थी, लेकिन शुक्रवार को मुजफ्फराबाद में एक रैली में खान के संबोधन तक मामले पर फैसले को फिर से टाल दिया गया था।
योजनाबद्ध एलओसी मार्च के बारे में खान ने कहा कि उन्हें पता है कि पीओके में अधिकांश युवा जोश और प्रतिबद्धता के साथ एलओसी की ओर मार्च करना चाहते हैं, लेकिन उन्होंने उनसे महासभा को संबोधित करने तक इसे टालने का आग्रह किया।


