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शिक्षा के लिए रोल मॉडल बनेंगी दंतेवाड़ा की तीन बेटियां

नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा में शिक्षा की बेहतरी के लिए तमाम कोशिशों के बीच जिले की गौरव छात्राएं अन्य छात्रों के लिए प्रेरक बनेंगी.........

शिक्षा के लिए रोल मॉडल बनेंगी दंतेवाड़ा की तीन बेटियां
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दंतेवाड़ा। नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा में शिक्षा की बेहतरी के लिए तमाम कोशिशों के बीच जिले की गौरव छात्राएं अन्य छात्रों के लिए प्रेरक बनेंगी। इनकी प्रेरणा से दूसरे बच्चे भी सफलता की मंजिल तय करेंगे। इस बार यूपीएससी में गीदम की बिटिया नम्रता जैन ने 99 वॉ रैंक हासिल किया। गीदम की ही मुस्कान जैन ने 12वीं की मेरिट में सांतवे स्थान में जगह बनायी। बालिका इंदु मानिकपुरी भी सफलता का परचम लहरा चुकी है।

ये तीनों बालिकाएं दंतेवाड़ा की शिक्षा जगत में सफलता की प्रतीक बनी हैं। नम्रता के परिजनों ने यह इच्छा भी जतायी है कि उनकी बिटिया जिले के स्कूलों में जाकर अपनी सफलता की कहानी बच्चों को बतायेंगी, ताकि अन्य बच्चे भी प्रेरणा ले सके। इसी तरह मुस्कान और इंदु को भी एक रोल मॉडल की तरह प्रोजेक्ट करने की तैयारी हो रही है।

जिले में जिस तरह शिक्षा का माहौल अभी बना है, ऐसे समय में इन प्रतिभाशाली तीनों बालिकाओं की प्रेरणा से अन्य बालिकाएं भी सफलता की राह पर बढ़ेंगी तो जिले के लिए महत्वपूर्ण बात होगी। शिक्षा सत्र 2016-17 में सफलता पाने वाली ये तीनों बेटियां हर स्कूल में पहुंचने की कोशिश भी करेंगी। पढ़े दंतेवाड़ा, लिखे दंतेवाड़ा और इसी तरह के दूसरे अभियानों के साथ परीक्षा परिणाम सुधारने की कोशिश प्रशासन ने की, जिसमे उसे कामयाबी मिली। अब प्रशासन का लक्ष्य केवल बच्चों को पास कराना ही नहीं बल्कि प्रावीण्य सूची में स्थान दिलाना भी है।

12वीं में सांतवे स्थान पर मुस्कान की सफलता के बाद प्रशासन की उम्मीदें भी हरी हुई हैं। प्रशासन को एक सुझाव यह भी दिया जा रहा है कि इन तीनों बालिकाओं की सफलता की कहानी एक लघु पुस्तिका में प्रकाशित कर पूरे स्कूलों में इसका वितरण कराया जाए, साथ ही इनकी तस्वीरें हर विद्यालय में लगायी जाये। यहीं नहीं संबंधित विद्यालयों के बोर्ड में टॉपर छात्र-छात्राओं की तस्वीर और सफलता की कहानी स्कूलों के कैंपस में अंकित हो तो बाकि बच्चों को भी इससे प्रेरणा मिल सकती है।


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