बेटी के प्रेमी को मां-बाप ने मिलकर मार डाला
अरंड रेलवे क्रासिंग (ग्राम पतेरापाली) के पास 23 मार्च 2018 को रेलवे पटरी पर मृत अवस्था में मिले युवक की हत्या के आरोप में पुलिस ने पति-पत्नी को गिरफ्तार किया है

सवा महीने बाद खुला अंधे कत्ल का रहस्य
महासमुंद। अरंड रेलवे क्रासिंग (ग्राम पतेरापाली) के पास 23 मार्च 2018 को रेलवे पटरी पर मृत अवस्था में मिले युवक की हत्या के आरोप में पुलिस ने पति-पत्नी को गिरफ्तार किया है। दोनों ने अपनी बेटी के साथ उक्त युवक को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था, इसलिए आवेश में आकर हत्या करने की बात पुलिस के समक्ष स्वीकार किया है।
पुलिस ने भादवि की धारा 302, 201, 34 के तहत प्रकरण दर्ज कर न्यायालय में पेश किया। जहां से दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। गिरफ्तार आरोपियों में नयापारा, दलदली रोड महासमुंद निवासी शिव देवार 50 वर्ष और उसकी पत्नी शामिल है।
घटना के सवा महीने बाद गुरुवार 3 मई को पुलिस कंट्रोल रुम में आयोजित पत्रकारवार्ता में मामले का खुलासा करते हुए डीएसपी (अजाक) टी.सी टाटिया ने बताया कि 23 मार्च को जिला मुख्यालय से चार किमी दूर अरंड रेलवे क्रासिंग के पास रेलवे पटरी पर एक अज्ञात युवक का शव मिलने की सूचना पुलिस को मिली।
शिनाख्त करने पर मृतक की पहचान बागबाहरा निवासी हीरालाल मांझी 25 वर्ष के रुप में हुई। शव देखकर ट्रेन दुर्घटना का अंदेशा नहीं हुआ। पुलिस ने मामले में पड़ताल शुरु की। पीएम रिपोर्ट में सिर पर किसी वजनी वस्तु से गंभीर चोट की पुष्टि हुई। जिससे पुलिस मामले को हत्या की घटना लेकर विवेचना में जुट गई।
मृतक के पड़ोसियों से पूछताछ की गई। काल डिटेल निकाले गए। बाद महासमुंद नयापारा निवासी युवती से मृतक की फोन पर बातचीत का खुलासा हुआ। पुलिस ने युवती से पूछताछ की। बताया कि 22 मार्च को युवती प्रेमी हीरालाल मांझी को मिलने के लिए घर पर बुलाई थी।
युवक को अपनी बेटी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखकर पिता शिव देवार ने छत पर रखे लोहे के रॉड से सिर पर वार कर दिया। जिस पर जान बचाने भाग रहा युवक छत से नीचे गिर गया और उसकी मौत हो गई। घटना के बाद शिव ने पत्नी के साथ मिलकर युवक के शव को बाइक में लादकर अरंड रेलवे क्रासिंग के पास पटरी पर छोड़ दिया।
जिससे ट्रेन से कटकर आत्महत्या करने का रूप दिया जा सके। मर्ग कायम कर जब पुलिस ने छानबीन शुरू की तो हत्या कर साक्ष्य छुपाने का मामला प्रकाश में आया ।
प्रकरण को सुलझाने में सिटी कोतवाली थाना प्रभारी एसएस ठाकुर, उप निरीक्षक शिवमंगल पांडेय, महेश साहू, चंद्रकांत साहू, क्राइम स्क्वाड प्रभारी सुभाष पवार, सहायक उप निरीक्षक टीकाराम सारथी, नवधाराम खांडेकर, प्रधान आरक्षक प्रवीण शुक्ला, आरक्षक अजय जांगड़े का योगदान सराहनीय रहा ।


