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दंतेवाडा: वैश्विक आदिवासी उद्यमिता सम्मलेन 14 नवंबर से शुरू

छत्तीसगढ़ के दंतेवाडा जिले में पाए जाने वाले वनोपज के साथ चावल और कड़कनाथ की पहचान विश्व में होगी।

दंतेवाडा: वैश्विक आदिवासी उद्यमिता सम्मलेन 14 नवंबर से शुरू
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दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाडा जिले में पाए जाने वाले वनोपज के साथ चावल और कड़कनाथ की पहचान विश्व में होगी। यहां के उद्यमियों को प्रोत्साहित और व्यापारिक गुण बताने देश के जाने-माने 14 लोग पहुंच रहे हैं।

देश के अन्य स्थानों में आयोजित वैश्विक आदिवासी उद्यमिता एक सम्मलेन 14 नवंबर को जावंगा आडिटोरियम में होगा।
जिसके मुख्य अतिथि केंद्रीय विज्ञान और तकनीकी राज्यमंत्री वायएस चौधरी होंगे।

इनके अलावा अलग-अलग आदिवासी क्षेत्रों के सफल उद्यमी वक्ता मौजूद रहेंगे।यह सम्मेलन नीति आयोग और छग सरकार द्वारा ग्लोबल बिजनेस इंक्यूबेटर कंपनी के सहयोग से कराया जा रहा है। दंतेवाड़ा में होने वाले सम्मेलन में न केवल देशभर के बल्कि विदेशों से भी उद्यमी शामिल होंगे।

कलेक्टर सौरभ कुमार के मुताबिक जिले के आदिवासी युवाओं को इमली, शहद, जैविक चावल, टोरा तेल जैसी वनोपजों और कड़कनाथ मुर्गे के व्यापार में प्रोत्साहित करने के लिए यह आयोजन एजुकेशन सिटी के ऑडिटोरियम में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पूरे भारत में कुल 14 स्थानों में अलग-अलग थीम पर इस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।

दंतेवाड़ा में फॉरेस्ट इकोनॉमी फॉर ट्रायबल इंटरप्रिन्योरशिप थीम पर सम्मेलन होगा। दंतेवाड़ा में होने वाले कार्यक्रम की तैयारियां चल रही हैं।

सम्मेलन में केंद्रीय खाद्य तकनीकी अनुसंधान संस्थान, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिशन एरोमेटिक प्लांट्स और डिफेंस फूड ऑर्गेनाईजेशन की भागीदारी भी होगी।

कलेक्टर ने बताया कि सम्मेलन में आदिवासी युवाओं के कौशल विकास और वनोपजों के अनुबंध भी किए जाएंगे।
आर्गेनिक सुपर मार्केट एवं कड़कनाथ के अनुबंध होंगे।

ताकि उत्पादों की ब्रांडिंग करने में सहायता दी जाएगी। उत्पादों को आसपास के राज्यों में अच्छा बाजार उपलब्ध कराने का प्रयास होगा एवं किसानों की कंपनी को मुनाफा भी मिल सकेगा।

कलेक्टर ने बताया कि ये संस्थान आदिवासी उद्यमियों के कौशल विकास और तकनीकी सहयोग में मदद करेंगे।
इसमें देशभर के सभी राज्यों के आदिवासी उद्यमी भी शामिल होंगे।

इस सम्मेलन में बौद्धिक संगोष्ठियों के अलावा स्टॉल्स के माध्यम उद्यमी, संस्थाएं अपनी उत्पाद तथा कार्यकलापों को प्रदर्शित करेंगे।
इस एक दिवसीय आयोजन से वनाधारित अर्थ व्यवस्था तथा आदिवासी उद्यमिता के क्षेत्र में सार्थक चर्चा भी होगी।

जिला पंचायत सीईओ डॉ गौरव सिंह ने बताया कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि इस तरह का आयोजन दंतेवाड़ा में हो रहा है। इस सम्मेलन में देश-विदेश से शामिल होने वाले उद्यमीं आदिवासी युवाओं के कौशल विकास के लिए चल रहे नवाचारों को साझा करेंगे।
वहीं देश विदेश से आने वाले लोग दंतेवाड़ा में चल रहे आदिवासी उद्यमिता के कार्यों को जान सकेंगे।


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