क्षतिग्रस्त व करंट प्रवाहित खंभे बने जी का जंजाल
विद्युत वितरण विभाग के मैदानी अमले की उदासीनता व सतत् मेंटेनेंस मेें लापरवाही के कारण कई स्थानों पर खड़े क्षतिग्रस्त हो चुके व करंट प्रवाहित खंभे लोगों के लिये खतरे का सामान साबित हो रहे हैं
कोरबा। विद्युत वितरण विभाग के मैदानी अमले की उदासीनता व सतत् मेंटेनेंस मेें लापरवाही के कारण कई स्थानों पर खड़े क्षतिग्रस्त हो चुके व करंट प्रवाहित खंभे लोगों के लिये खतरे का सामान साबित हो रहे हैं। ध्यानाकर्षण कराये जाने के बाद भी इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है जो कभी भी हादसे का कारण बन सकता है।
विद्युत वितरण विभाग की लापरवाही का यह उदाहरण पुराना बस स्टैण्ड गीतांजली भवन के सामने गौरीशंकर मंदिर के पास, अग्रोहा मार्ग और सीएसईबी ओडी कालोनी सहित शहर व उपनगर के कई स्थानों में देखने को मिल रहा है। गौरीशंकर मंदिर के बगल सड़क के किनारे स्थित लोहे के विद्युत खंभे में करंट प्रवाहित हो रहा है। इस खंभे में पेड़-पौधों की लताएं फैली हुई है। खंभे के बगल में एक अन्य खंभा विद्युत तार को संपर्क कर टेढ़े हालत में खड़ा हुआ है। अग्रोहा मार्ग स्थित बिजली खंभा नीचे से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है और कभी भी टूटकर गिर सकता है। वर्तमान में अग्रोहा मार्ग के पास दुर्गोत्सव के लिए पूजा-पंडाल बनाया जा रहा है। नवरात्रि के दौरान यहां काफी भीड़ रहेगी जिसके कारण खतरा और भी अधिक है।
इसी तरह सीएसईबी कोरबा पूर्व के ओडी कालोनी में मकान नंबर ओडी-14 के सामने स्थित विद्युत खंभा जड़ से सड़ चुका है। कालोनी के लोग इसकी शिकायत भी कर चुके हैं। इसके बाद भी खंभे को बदला नहीं जा सका है। शिकायत के बाद विभाग द्वारा क्षतिग्रस्त खंभे के बगल में एक सप्ताह पूर्व गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है जिससे खतरा और भी बढ़ गया है। सीएसईबी की अप्पू गॉर्डन के बगल स्थित कॉलोनी में भी कई खंभों का बुरा हाल है।


