'दुग्ध महासंघ व अपेक्स बैंक के अध्यक्ष की नियुक्ति अवैध'
अंतर्राष्ट्री मानव अधिकार न्यायिक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष डा.राकेश मिश्रा ने आरोप लगाया है
मानव अधिकार न्यायिक संघ ने लगाया आरोप
बिलासपुर। अंतर्राष्ट्री मानव अधिकार न्यायिक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष डा.राकेश मिश्रा ने आरोप लगाया है कि दुग्ध महासंघ के अध्यक्ष रशिक परिमार की नियुक्ति नियम विरूद्ध की गई है। राजधानी में अपेक्स बैंक के अध्यक्ष अशोक बजाज का कार्यकाल समाप्त होने के बावजूद कुर्सी नहीं छोड़ रहे हैं। वहीं रशिक परमार 10 साल से अध्यक्ष बनें बैठे हैं। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर में करोड़ों का घोटाला के बावजूद अब तक कार्रवाई नहीं एवं सीईओ अभिषेक तिवारी की नियुक्ति पर भी महासंघ ने सवाल उठाया है। प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा करते हुए मानव अधिकार न्यायिक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष डा.राकेश मिश्रा ने कहा कि महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भरत कुमार सोनार की अनुशंसा पर प्रदेश में मानव अधिकार के हनन को रोकने लोक सेवकों द्वारा शोषण में अंकुश लगाने, नौकरशाही पर अंकुश लगाने मानव अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं। राकेश मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में पिछले 15 साल में भ्रष्टाचार बढ़ा है।
बिलासपुर सहकारी बैंक में आर्थिक अनियमितता की जांच आज तक नहीं की गई। भारत स्काउड गाईड का मामला उठाते हुए राकेश मिश्रा ने कहा कि स्काउड गाईड के माध्यम से सरकार डीईओ के माध्यम से ठेकेदारी प्रथा चला रही है सरकार। सरकार ने स्काउड गाईड को ठेकेदार बना दिया तथा स्कूलों में डीईओ के माध्यम से स्काउड गाईड का संचालन किया जा रहा र्है। भारत स्काउड गाईड एक एमजीओ है इसमें नियम विरूद्ध काम किए जा रहे हैं।
आर्थिक अनियमितता की गई है। छत्तीसगढ़ दुग्ध महासंघ पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए डा.राकेश मिश्रा ने कहा कि जो कभी समिति के अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़े वे 10 साल से दुग्ध महासंघ के अध्यक्ष बने बैठेे हैं। दुग्ध महासंघ में 721 सहकारी समिति है जिसमें 524 समिति का ही कंपनियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है तथा भ्रष्टाचार में लिप्त पदाधिकारियों कर्मचारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। न्यायिक महासंघ महासंघ इस मामले को लेकर हाईकोर्ट की शरण में है।


