अंतरिम अध्यक्ष बनीं सोनिया गांधी,सीडब्ल्यूसी की बैठक में नेताओं ने जताई सहमति
कांग्रेस अध्यक्ष पद के नाम से सस्पेंस अब खत्म हो गया है

कांग्रेस अध्यक्ष पद के नाम से सस्पेंस अब खत्म हो गया है…अटकलें लगाई जा रही थी कि कमान राहुल गांधी या फिर किसी गैर गांधी परिवार के सदस्य को मिलेगी…लेकिन कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में सोनिया गांधी ने ऐसा फैसला लिया, जिसने सबको चौंका दिया..उन्होंने अध्यक्ष पद को लेकर अपना फैसला सुना दिया है… कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक पर आज सभी की निगाहें टिकी थी…माना जा रहा था कि इस बैठक में राहुल गांधी फिर से अध्यक्ष का पद स्वीकार करने के लिए मनाया जाएगा.…लेकिन वो तो नहीं माने, मगर सोनिया गांधी एक बार फिर अंतरिम अध्यक्ष बनने को राजी हो गई… कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में फैसला लिया गया कि सोनिया गांधी फिलहाल पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी. सीडब्ल्यूसी में इस फैसले पर रजामंदी हुई है कि सोनिया गांधी पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालती रहेंगी…पार्टी के तमाम नेताओं की राय यही थी कि सोनिया गांधी ही दोबारा से पार्टी की कमान संभाले…लेकिन इस फैसले पर पहुंचने से पहले पार्टी में बगावत का दौर भी जमकर चला…जिसकी झलक वर्किंग कमेटी की बैठक में साफ नजर आई…दरअसल जब से सोनिया गांधी ने अंतरिम अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी…तब से नेताओं के तेवर तल्ख हो गए थे…हालांकि सोनिया गांधी के समर्थन में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और वरिष्ठ कांग्रेसी एके एंटनी ने चिट्ठी लिखने के कदम की आलोचना की… इसके बाद राहुल गांधी ने बेहद तीखे लहजे में लेटर की टाइमिंग पर सवाल खड़े करते हुए यहां तक कहा दिया कि चिट्ठी बीजेपी के साथ मिलीभगत कर लिखी गई है….राहुल गांधी ने कड़े तेवर में कहा कि सोनिया गांधी के अस्पताल में भर्ती होने के समय ही पार्टी नेतृत्व को लेकर पत्र क्यों भेजा गया था? उन्होंने बैठक में कहा कि 'पार्टी नेतृत्व के बारे में सोनिया गांधी को पत्र उस समय लिखा गया था जब राजस्थान में कांग्रेस सरकार संकट का सामना कर रही थी. पत्र में जो लिखा गया था उस पर चर्चा करने का सही स्थान सीडब्ल्यूसी की बैठक है…राहुल गांधी के बाद प्रियंका ने भी गुलाम नबी आजाद के रवैए को लेकर नाराजगी जाहिर की…गांधी परिवार द्वारा लगाए आरोप को लेकर गुलाम नबी आजाद सीडब्ल्यूसी की बैठक में उखड़ गए. उन्होंने कहा कि अगर मिलीभगत साबित हो गई तो वे इस्तीफा दे देंगे…इस बयानबाजी के बाद ट्वीट का दौर भी जमकर चला…लेकिन धीरे-धीरे विवाद पूरी तरह से शांत हो गया और अंत में फैसला लिया गया कि सोनिया गांधी ही अंतरिम अध्यक्ष का पद संभालेंगी…अब फैसला तो हो गया…लेकिन सवाल उठता है कि आखिर कांग्रेस को कब पूर्णकालिक अध्यक्ष मिलेगा…


