जातीय हिंसा के बाद श्रीलंका के कैंडी में लगा 10 के लिए कर्फ्यू
श्रीलंका की पुलिस ने मंगलवार को कैंडी शहर के कई हिस्सों में फिर कर्फ्यू लगा दिया

कोलंबो। श्रीलंका की पुलिस ने मंगलवार को कैंडी शहर के कई हिस्सों में फिर कर्फ्यू लगा दिया। यह कदम दो समूहों के बीच झड़प के बाद भड़की जातीय हिंसा के मद्देनजर उठाया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया कि कर्फ्यू शाम छह बजे तक लगा रहेगा।
#FLASH Sri Lankan government has decided to impose emergency for 10 days to control law and order following violence against minority community in parts of Kandy district over last two days.
— ANI (@ANI) March 6, 2018
कर्फ्यू सोमवार शाम को लगाया गया था और मंगलवार सुबह हटा लिया गया। लेकिन, फिर से हिंसा भड़कने के खतरे के चलते दोबारा कर्फ्यू लगा दिया गया।
There have been reports of curfew and an emergency being called in Sri Lanka. The situation is in Kandy, not Colombo. After talking to concerned security personnel, we have understood that situation is completely normal in Colombo: BCCI #INDvSL pic.twitter.com/4rTXZ8C8Mb
— ANI (@ANI) March 6, 2018
अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जबकि स्कूल और व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद हैं। श्रीलंकाई सरकार ने एक बयान में हिंसा की कड़ी निंदा की है और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
झड़प सबसे पहले शहर के डिगना इलाके में रविवार रात को एक 41 वर्षीय घायल शख्स की अस्पताल में मौत के बाद शुरू हुई। उस पर लोगों के एक समूह ने 22 फरवरी को दो वाहनों से संबंधित घटना को लेकर हमला किया था।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि हत्या के मामले में अब तक 24 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। 24 में से 10 हत्या में सीधे शामिल हैं। इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन सोमवार को रात भर जारी रहा।
#WATCH: Members of Buddhist community hold protest outside Police station in #Kandy, Sri Lanka, demanding the release of Buddhists those who were arrested in the riot. pic.twitter.com/NVqJwcTtyn
— ANI (@ANI) March 6, 2018
#Visuals: Members of Buddhist community hold protest outside Police station in #Kandy, Sri Lanka, demanding the release of Buddhists those who were arrested in the riot. pic.twitter.com/R3OcDHklUg
— ANI (@ANI) March 6, 2018


