प्रदेश में एक भी नदी साफ नहीं : योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पर्यावरण की चिंता जायज है और सभी को इस दिशा में मिलकर काम करने की जरूरत है।

लखनऊ, 5 जून : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पर्यावरण की चिंता जायज है और सभी को इस दिशा में मिलकर काम करने की जरूरत है।
आज यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 'कल्चर विद नेचर' के कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक भी ऐसी नदी नहीं बची है जिसे साफ कहा जा सके। इस मौके पर उन्होंने पारिजात का पौधा लगाकर पौधरोपण अभियान की शुरुआत की और लोगों को पर्यावरण दिवस की बधाई दी।
'कल्चर विद नेचर' कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री योगी वहां मौजूद बच्चों से भी मिले। इस मौके पर उन्होंने कहा कि व्यक्ति जितना पर्यावरण के करीब होगा वो उतना ही दीर्घजीवी होगा। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने पर्यावरण की बेहतरी के लिए बहुत सारे कदम उठाए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के वन आच्छादित क्षेत्र को 9 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी तक ले जाना है। प्रकृति के तोहफे को संरक्षित करने में हम असफल रहे हैं। बिना जनता के सहयोग के पर्यावरण को शुद्ध नहीं किया जा सकता है। इस अवसर पर उन्होंने वन विभाग के मोबाइल एप 'वन मित्र' का भी शुभारम्भ किया। प्रदेश के वन और पर्यावरण मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि हरिद्वार से बलिया तक गंगा किनारे पौधरोपण किया जा रहा है। दारासिंह ने कहा कि गंगा के किनारे 1000 किलोमीटर तक पौधे लगाए जाएंगे।
सारे मंत्री मंच पर, स्वाति दर्शक दीर्घा में
प्रदेश राज्यमंत्री स्वाति सिंह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुपित हैं, इस बात का खुलासा आज हो गया। पिछले दिनों स्वाति सिंह एक बियर बार के उद्घाटन को लेकर जिस तरह से विवाद में आई थीं, उससे योगी उनसे नाराज चल रहे हैं। हालांकि उन्होने मुख्यमंत्री आवास जाकर सफाई भी दी थी लेकिन लगता है, योगी आदित्यनाथ उनकी सफाई से संतुष्ट नहीं हुए। तभी तो मंच पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद, उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, रीता जोशी बृजेश पाठक, दारा सिंह चौहान, उपेंद्र तिवारी आदि मंत्री मौजूद रहे लेकिन स्वाति सिंह के लिए वहां कोई कुर्सी नहीं दी गई। मजबूरन उन्हें दर्शक दीर्घा में बैठना पड़ा।


