करोड़ों की ठगी करने वाला बिल्डर गिरफ्तार
फ्लैट के नाम पर दर्जनों लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर फरार चल रहे, जीबीजी बिल्डर के मालिक संजय कसाना को दो साल बाद क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है
नोएडा। फ्लैट के नाम पर दर्जनों लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर फरार चल रहे, जीबीजी बिल्डर के मालिक संजय कसाना को दो साल बाद क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी बिल्डर के खिलाफ थाना फेज तीन में धोखाधड़ी के पांच मामले दर्ज हैं। बताया जाता है कि सपा सरकार में आरोपी को संरक्षण मिला हुआ था। जिसके चलते उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई थी।
सर्फाबाद व गढ़ी चौखड़ी में फ्लैट के नाम पर की धोखाधड़ी
एसपी क्राइम प्रीति बाला गुप्ता ने बताया कि ग्रेटर नोएडा के गौड़ सिटी में रहने वाला संजय कसाना जीबीजी इंफ्राटेक के नाम से सेक्टर-70 में अपना ऑफिस चलाता था। वह मूलरूप से हरिद्वार के झबरैडा गांव का रहने वाला है। उसने सर्फाबाद, सोरखा व गढ़ी चौखंडी आसपास अपने प्रोजेक्ट में दर्जनों लोगों के फ्लैट बुक कराने के नाम पर कई लोगों से करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की है।
संजय कसाना के खिलाफ थाना फेज तीन में वर्ष 2015 से लेकर अब तक कुल पांच एफआईआर दर्ज हैं। ये सभी एफआईआर उसके फर्जी प्रोजेक्टों में बुकिंग कराने वालों ने कराई है। संजय को बुधवार शाम सेक्टर-63 से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जीबीजी बिल्डर के खिलाफ पहला मुकदमा वर्ष 2015 में लगभग 25 पीड़ितों ने कराया।
इनसे संजय कसाना ने फ्लैट के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी की थी। क्राइम ब्रांच इस केस की जांच कर रही थी। अन्य मामलों में भी इसी तरह काफी संख्या में लोगों ने एकजुट होकर बिल्डर के खिलाफ शिकायत की है। सभी एफआईआर में शामिल पीड़ित और उनकी जांच में मिले पीड़ितों का डाटा तैयार किया जा रहा है।
इससे पता चल सकेगा कि संजय कसाना द्वारा ठगी का शिकार हो चुके कितने लोग पुलिस से शिकायत कर चुके हैं। साथ ही उनके साथ कुल कितने रुपयों की ठगी हुई है। ठगी कि ये राशी लगभग पांच करोड़ रुपए या उससे भी ज्यादा हो सकती है। आरोपी के खिलाफ बुलंदशहर सहित कुछ अन्य जगहों पर भी एफआईआर दर्ज होने की जानकारी मिली है। उनके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।


