शेख अब्दुल्ला की जयंती पर राजकीय अवकाश समाप्त करने के फैसले की आलोचना
जम्मू एवं कश्मीर में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की जयंती पर राजकीय अवकाश समाप्त करने के फैसले की नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) और कांग्रेस पार्टी ने शनिवार को आलोचना की है

श्रीनगर। जम्मू एवं कश्मीर में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की जयंती पर राजकीय अवकाश समाप्त करने के फैसले की नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) और कांग्रेस पार्टी ने शनिवार को आलोचना की है। नेकां के नेता और शेख मोहम्मद अब्दुल्ला के बेटे मुस्तफा कमाल ने आईएएनएस से कहा, "दिल्ली में सत्तारूढ़ व्यवस्था द्वारा राज्य से शेख अब्दुल्ला की जयंती पर राजकीय अवकाश समाप्त करने का फैसला शेख और उनकी राजनीति के खिलाफ नफरत को दर्शाता है।"
कमाल ने कहा, "तथ्यों को नकारा नहीं जा सकता और इतिहास भुलाया नहीं जा सकता। शेख विशाल व्यक्तित्व वाले थे, जिन्होंने कश्मीरियों को सशक्त बनाने में मदद की। यह एक सांप्रदायिक एजेंडे और इस बात को दर्शाता है कि राष्ट्रीय हित को कोई महत्व नहीं दिया जाता है। जाहिर तौर पर, लोकतंत्र खतरे में है।"
उन्होंने कहा कि नेकां नेतृत्व इस मामले पर चर्चा करेगा और भविष्य में कार्रवाई करने का प्रयास करेगा। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने भी शेख की जयंती पर राजकीय अवकाश रद्द करने के कदम की आलोचना की।
उन्होंने कहा, "भारतीय संघ में विलय में शेख ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस फैसले से साफ दिखता है कि सत्तारूढ़ पार्टी किसी भी तरह से शेख के योगदान को सम्मान नहीं दे रही है। उनके योगदान को पार्टी लाइनों से ऊपर देखा जाना चाहिए।"
इस बीच, महाराजा हरि सिंह के पोते और कांग्रेस पार्टी के सदस्य विक्रमादित्य सिंह ने भी लोगों को राज्य दिवस के रूप में चिह्न्ति किए जाने वाले विलय दिवस पर बधाई दी।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, "जम्मू एवं कश्मीर के लोगों को बधाई। जिस दिन मेरे दादा जी महाराज हरि सिंह ने भारत में विलय के कागज पर हस्ताक्षर किया था, अगले साल 26 अक्टूबर से यह राजकीय अवकाश के रूप में मनाया जाएगा।"
जम्मू और कश्मीर सरकार ने शुक्रवार को वर्ष 2020 का कैलेंडर जारी किया, जिसमें जम्मू और कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश के लिए छुट्टियों की एक सूची जारी की गई है। इसमें भारत में विलय दिवस 26 अक्टूबर को राजकीय अवकाश के रूप में चिह्न्ति किया गया है, जबकि 5 दिसंबर को शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की जयंती पर राजकीय अवकाश समाप्त कर दिया गया है।


