क्राइम ब्रांच पुलिस का झांसा देने वाले तीन गिरफ्तार, भेजे गये जेल
शहर के समीप स्थित ग्राम मूरता मोड़ के पास तीन युवक क्राइम ब्रांच के अधिकारी होने का झांसा देते नगपुरा निवासी फागलाल सतनामी पिता अंताराम को पुलिस केस में फंसाने की धमकी देते हुए जमीन पर पटक कर मारा

नवागढ़। शहर के समीप स्थित ग्राम मूरता मोड़ के पास तीन युवक क्राइम ब्रांच के अधिकारी होने का झांसा देते ग्राम नगपुरा निवासी व प्रार्थी फागलाल सतनामी पिता अंताराम को पुलिस केस में फंसाने की धमकी देते हुए जमीन पर पटक कर मारा और मारपीट कर उसे डराते हुए उसके जेब से 950 रूपये निकालकर भाग खड़े हुए। जिसकी रिपोर्ट प्रार्थी ने नवागढ़ थाने पहुंचकर दर्ज करवाया। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर तत्काल कार्यवाही करते हुए तीनों आरोपियों को नवागढ़ के गड़रिया धर्मशाला के पास से पकड़ कर थाने लाया। पुछताछ ने आरोपियों ने जुर्म कबूल किया तथा उनसे लूट की रकम 950 रूपये तथा बाइक जब्त किया।
नवागढ़ के टी.आई. विनोद तिवारी से प्राप्त जानकारीनुसार नवागढ़ शुकुलपारा निवासी अतुलधर दीवान पिता कौशल धर दीवान अपने दो साथी रोहित उर्फ लाला तम्बोली तथा अप्पू मिश्रा के साथ नवागढ़ निवासी अमित जैन की बाइक को आवश्यक कार्य से मांगकर ले गया था। उन तीनों ने मूरता मोड़ के समीप नगपुरा निवासी फाग राम सतनामी को रोका और उसे कहा कि हम लोग क्राइम ब्रांच पुलिस से है तथा हमे अधिकारी से निर्देश है कि दो प्रकरण हमे देना है।
इसलिये तुम्हारे विरूद्ध दर्ज अपराध के लिये तुम्हे थाने ले जाना है। तब उसने कहा कि उसके खिलाफ कोई भी प्रकरण थाने में दर्ज नही है और न ही कोई प्रकरण उसके खिलाफ लंबित है। आरोपियों ने उसकी बात सुन नाराज होते हुए उसे जमीन पर पटककर मारा और उसके जेब में रखे 950 रूपये लूट कर चंपत हो गये।
लूट का शिकार हुए प्रार्थी फागराम को संदेह होने पर नवागढ़ थाने में जाकर संबंधित घटना को बताते अपनी रिपोर्ट दर्ज कराया। नवागढ़ टी.आई रिपोर्ट पर तत्काल हरकत में आये और आरोपियों की खोजबीन करने निकल पड़े। जहां उन्हे प्रार्थी के बताये हुलिये के आधार पर तीन युवक गड़रिया धर्मशाला के पास मिले। जिन्हे थाना लाया गया और कड़ाई से पुछताछ किया। जिसमें तीनों ने अपना अपराध कबूल किया और पुलिस ने उनसे लूट के 950 रूपये तथा अमित जैन की मोटर सायकल आरोपियों के कब्जे से बरामद कर जब्त किया और आरोपियों को धारा 170, 394 भादवि के तहत गिरफ्तार कर सोमवार को न्यायालय में प्रस्तुत किया और न्यायालय के आदेश पर उन्हे जेल भेज दिया गया।


