भाकपा (माले) ने मनाया राज्यव्यापी प्रतिवाद दिवस
CPI ने मिर्जापुर में पार्टी की महिला नेता समेत योगी सरकार में दलितों-महिलाओं पर सामंती हमले और लोकतांत्रिक अधिकारों के दमन की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ शुक्रवार को राज्यव्यापी प्रतिवाद दिवस मनाया

लखनऊ। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) ने मिर्जापुर में पार्टी की महिला नेता समेत योगी सरकार में दलितों-महिलाओं पर सामंती हमले और लोकतांत्रिक अधिकारों के दमन की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ शुक्रवार को राज्यव्यापी प्रतिवाद दिवस मनाया।
इसके तहत, राजधानी लखनऊ में भाकपा (माले) कार्यकर्ताओं ने परिवर्तन चौक से जिलाधिकारी कार्यालय तक मार्च निकाला और कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया।
मिर्जापुर, सोनभद्र, गाजीपुर, मऊ, बलिया, देवरिया, चंदौली, भदोही, इलाहाबाद, गोंडा आदि जिलों में भी माले कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। पार्टी राज्य सचिव सुधाकर यादव ने मिर्जापुर मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया।
इस मौके पर मांगों के साथ प्रदेश के राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन पार्टी इकाइयों द्वारा जिला प्रशासन को सौंपे गये। इसमें मिर्जापुर में तीन जुलाई कोमाले की राज्य कमेटी सदस्य व दलित समुदाय से आने वाली कामरेड जीरा भारती कीआबरु व जान पर हमला करने वाले भाजपा समर्थित दबंगो को गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग प्रमुख रुप से की गई।
इसके अलावा, पार्टी के वाराणसी जिला कार्यालय पर पुलिस छापेमारी व लखनऊ केयूपी प्रेस क्लब से दलित बुद्धिजीवियों की गिरफ्तारी को मोदी-योगी सरकार मेंअसहमति व अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बताते हुए ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने,मुख्यमंत्री को काला झंडा दिखाने वाले छात्रों पर दर्ज मुकदमे हटाने औरसहारनपुर घटना में चंद्रशेखर को रिहा करने की मांगें प्रमुख रूप से शामिल थीं।


