माकपा के वरिष्ठ नेता अशोक मित्रा का 90 वर्ष की उम्र में निधन
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वयोवृद्ध नेता अशोक मित्रा का आज यहां निजी अस्पताल में निधन हो गया

कोलकाता/नयी दिल्ली। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वयोवृद्ध नेता अशोक मित्रा का आज यहां निजी अस्पताल में निधन हो गया।
वह 90 वर्ष के थे। श्री मित्रा को अस्वस्थ होने के कारण हाल ही में शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां आज सुबह नौ बजकर 15 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली।
श्री मित्रा 70 के दशक में पश्चिम बंगाल में वामपंथी सरकार के पहले वित्त मंत्री रहे। उनकी पत्नी गौरी का मई 2008 में 79 साल की उम्र में निधन हो गया था। माकपा पोलित ब्यूरो ने श्री मित्रा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है और कहा है कि उनके निधन से देश में वामपंथी आंदोलन को अपूरणीय क्षति हुई है और एक शून्य पैदा हुआ है। पार्टी ने अपने एक शोक संदेश में कहा है कि श्री मित्रा एक प्रमुख वाम बुद्धिजीवी थे तथा आर्थिक विषयों पर ही नहीं बल्कि राजनीतिक विषयों पर भी लेखन करते रहे। वह राज्यसभा के सदस्य भी रहे। उनके निधन से देश में श्रमिक वर्ग के हितों के लिए लड़ी जाने वाली लड़ाई को गहरा धक्का लगा है।
वर्ष 1928 में जन्मे श्री मित्रा तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान की ढाका यूनिवर्सिटी से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद 1947 में देश विभाजन के बाद पश्चिम बंगाल आ गए।
श्री मित्रा 1970-72 तक केन्द्र सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार के पद पर भी रहे। बांग्ला साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान के लिए श्री मित्रा को साहित्य अकादमी पुरस्कार से भी नवाजा गया। श्री ज्योति बसु के नेतृत्व में 1977 में पश्चिम बंगाल में पहली बार वामपंथी सरकार बनने के बाद श्री मित्रा 1977 से 1988 तक पहले मार्क्सवादी वित्त मंत्री रहे।


